Padma Awards Announced: देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म पुरस्कारों का हुआ ऐलान, जानिए किन लोगों को मिला अवॉर्ड

Padma Awards Announced: देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म पुरस्कारों का हुआ ऐलान, जानिए किन लोगों को मिला अवॉर्ड

Padma Awards Announced हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया जाता है। हर साल की तरह इस बार भी देश से सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कारों से हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। आज विजेताओं के नामों के ऐलान के बाद मार्च या अप्रैल महीने में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले सम्मान समारोहों में भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा पद्म पुरस्कार विजेताओं को दिया जाता है। पद्म पुरस्कारों को तीन श्रेणियों में दिया जाता हैं, जिनमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री शामिल हैं।

गोवा की 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी, 150 महिलाओं को पुरुष प्रधान क्षेत्र ढाक वादन में प्रशिक्षित करने वाले पश्चिम बंगाल के ढाक वादक और कठपुतली का खेल दिखाने वाली पहली भारतीय महिला उन 30 गुमनाम नायकों में शामिल हैं जिन्हें पद्मश्री से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। सरकारी बयान में शनिवार को यह जानकारी दी गई। गोवा के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली लीबिया लोबो सरदेसाई ने पुर्तगाली शासन के खिलाफ लोगों को एकजुट करने के लिए 1955 में एक जंगली इलाके में भूमिगत रेडियो स्टेशन ‘वोज दा लिबरडाबे (वॉयस ऑफ फ्रीडम)’ की स्थापना की थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरदेसाई को पद्मश्री से सम्मानित करने की घोषणा की।.

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पुरस्कार पाने वालों में पश्चिम बंगाल के 57 वर्षीय ढाक वादक गोकुल चंद्र डे भी शामिल हैं जिन्होंने पुरुष-प्रधान क्षेत्र में 150 महिलाओं को प्रशिक्षण देकर लैंगिक रूढ़िवादिता को तोड़ा। डे ने ढाक प्रकार का एक हल्का वाद्ययंत्र भी बनाया, जो वजन में पारंपरिक वाद्ययंत्र से 1.5 किलोग्राम कम था। उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया और पंडित रविशंकर तथा उस्ताद जाकिर हुसैन जैसी हस्तियों के साथ कार्यक्रम किए।

पद्मश्री सम्मान की सूची में शामिल महिला सशक्तीकरण की मुखर समर्थक 82 वर्षीय सैली होलकर ने लुप्त हो रही माहेश्वरी शिल्प कला को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पारंपरिक बुनाई तकनीकों में प्रशिक्षण देने के लिए मध्य प्रदेश के महेश्वर में हथकरघा स्कूल की स्थापना की। रानी अहिल्याबाई होल्कर की विरासत से प्रेरित और अमेरिका में जन्मीं सैली होलकर ने बुनाई की 300 साल पुरानी विरासत को पुनर्जीवित करने के लिए अपने जीवन के पांच दशक समर्पित कर दिए।

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पद्मश्री विजेताओं की सूची
नोकलाक के फ्रूट मैन-एल हैंगथिंग
सेब सम्राट-हरिमन शर्मा
नशा मुक्ति की नायिका-जुमदे योमगम गैमलिन
दिमा हसाओ नृत्य-जॉयनाचरण बथारी
नेपाली गीत के गुरु-नरेन गुरुंग
होम्योपैथ-विलास दांगरे
योगा-साईखा एजे अल सबाह
सुजनी की वैश्विक देवी-निर्मला देवी
मुसहर के मसीहा-भीम सिंह भवेश
गांधी ऑफ द हिल्स-राधा बहिन भट्ट
साबरकांठा नो सहयोजक-सुरेश सोनी
मुरिया का मान, बस्तर की शान-पांडी राम मानवी
ब्राजील के वेदांत गुरु-जोनास मसेटी
निमाड़ी के नोवलिस्ट-जगदीश जोशीला
कैथल का एकलव्य-हरविंदर सिंह
निर्गुण भक्ति के भेरु-भेरू सिंह चौहान
घुमंतु गूरु-वेंकप्पा अंबाजी सुगातकर
थविल थलाइवा-पी दच्चनामूर्ति
सर्वाइकल कैंसर क्रूसेडर-नीरजा भाटला
महाराष्ट्र के अरण्य ऋषि-मारुति भुजंगराव चितम्पल्ली
ग्रैंड मदर ऑफ गोंबियाता-भिमव्वा दोदाबलप्पा सिल्केयातारा
होल्कर वीवर ऑफ होप-सैली होलकर
भजनों की बेगम-बतूल बेगम
वेलू आसान
मां दुर्गोर ढाकी दास-गोकुल चंद्र दास
हीलिंग विद होप-विजयलक्ष्मी देशामाने
वन के वनबंधु-चैतराम देवचंद पवार
लीबिया लोबो सरदेसाई
परमार लवजी भाई नागजी भाई
ट्रैवल युगल ब्लॉगर- ह्यूग और कोलीन
पुरस्कार की होती हैं तीन श्रेणियां

विभिन्न क्षेत्रों जैसे कला, समाज सेवा, लोक-कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल-कूद, सिविल सेवा आदि में विशिष्ट कार्य करने वाले खास लोगों को पद्म पुरस्कार दिया जाता है। पद्म पुरस्कारों को तीन कैटेगरी में बांटा जाता है-पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री। असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म विभूषण दिया जाता है। उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए पद्म भूषण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्मश्री पुरस्कार दिया जाता है।

विजेताओं के लिए होती है गाइडलाइंस

गृह मंत्रालय के अनुसार, पद्म पुरस्कारों को कोई पदवी नहीं माना जाता, इसलिए विजेता अपने नाम के आगे या पीछे इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
इन पुरस्कारों के साथ विजेताओं को कोई नकद पुरस्कार, भत्ता या रेल-हवाई यात्रा में छूट जैसी कोई सुविधा नहीं दी जाती है।
पद्म पुरस्कार से सम्मानित हस्तियों को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और सील वाला सर्टिफिकेट व मेडल दिया जाता है।
पुरस्कार विजेताओं को उनके मेडल की एक प्रतिकृति भी दी जाती है, जिसे वो किसी भी समारोह में पहन सकते हैं।


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