रायपुरः छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन में दो मलायली ननों की गिरफ्तारी को लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष का आरोप है कि गिरफ्तारी कानून का घोर दुरुपयोग है और दोनों ननों को रिहा किया जाए। इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं ने विपक्ष को निशाने पर लिया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति बेहद आपत्तिजनक तुष्टीकरण की राजनीति के चलते राहुल गांधी, प्रियंका गांधी,वेणु गोपाल और सारे कांग्रेस के नेता बस्तर की बेटियों की तस्करी के आरोपियों के पक्ष में खड़े है। और तो और छत्तीसगढ़ कांग्रेस जिसे अपने छत्तीसगढ़ की बच्चियों के साथ खड़ा होना था वह भी अपने आकाओं के सुर में सुर मिला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक बार फिर से प्रमाणित हो गया है कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के नेता अपने आकाओं के निर्देशों का ही पालन करेंगे। छत्तीसगढ़ की जनता से उनका कोई मतलब नहीं है। छत्तीसगढ़ की बेटियां उन्हें कभी माफ़ नहीं करेंगी | छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार छत्तीसगढ़ की बेटियों की सुरक्षा के लिए संकल्पित है।
क्या है मामला
दरअसल, सिस्टर वंदना और प्रीति की गिरफ्तारी दुर्ग रेलवे स्टेशन पर हुई थी। दोनों को रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये दोनों ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय से हैं। आरोपों के मुताबिक ये तीन महिलाओं को आगरा स्थित फातिमा अस्पताल में लेकर जा रही थीं। वहां उन्हें काम करना था। वहीं, गिरफ्तारी के बाद चर्च का कहना है कि ननों के पास सभी दस्तावेज मौजूद थे। इसके बावजूद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने स्टेशन पर रोक लिया। छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर कथित मानव तस्करी और जबरन धर्मांतरण के आरोप में दो ननों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। रेलवे अधिकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई बजरंग दल के एक स्थानीय पदाधिकारी की शिकायत के बाद की गई, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ये तीनों व्यक्ति नारायणपुर की तीन लड़कियों का जबरन धर्मांतरण और तस्करी कर रहे थे।