13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ बुधवार को महाशिवरात्रि के साथ समाप्त हो रहा है। इस आयोजन का औपचारिक समापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 फरवरी को प्रयागराज में करेंगे। सीएम ने इसका ऐलान 27 नवंबर को प्रयागराज में एक कार्यक्रम के दौरान किया था। परेड मैदान पर हुए इस आयोजन में सीएम ने कहा था कि हम अभी शुरुआत में आ रहे हैं और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के बाद महाकुम्भ के सफल आयोजन के बाद एक बार फिर आएंगे। सीएम के प्रयागराज आगमन का मिनट टू मिनट कार्यक्रम तो अभी नहीं आया है, लेकिन अफसरों ने उनके आगमन की पुष्टि कर दी है।
इस दौरान मुख्यमंत्री प्रयागराज में महाकुम्भ के सफल आयोजन पर गंगा पूजन कर सकते हैं, साथ ही अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर दर्शन के लिए जाएंगे। वहीं गंगा पंडाल में उनका कार्यक्रम प्रस्तावित है। जहां पर महाकुम्भ को दिव्य-भव्य और डिजिटल बनाने वाले लोगों को मुख्यमंत्री सम्मानित भी करेंगे। महाकुम्भ में बनाए गए चारों विश्व रिकार्ड के प्रमाणपत्र भी सीएम के सामने दिए जाएंगे। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री दोपहर 12 बजे के आसपास आएंगे। इसके पूर्व सुबह 10 बजे तक ही चौथा विश्व रिकॉर्ड बनाने का काम पूरा हो जाएगा।
मेले में सनातन धर्म के शंकराचार्यों, संतों, नागाओं, कल्पवासियों से लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों, शीर्ष उद्योगपतियों, सिने कलाकार से लेकर हर वर्ग के लोगों ने डुबकी लगाई। करोड़ों लोगों को निःशुल्क भोजन वितरण हुआ तो नेत्रकुम्भ, दंत कुम्भ, ग्रीन कुम्भ जैसे सामाजिक प्रकल्पों ने मानवकल्याण के संकल्प को दोहराने का काम किया।