निगम की मनमानी ने ली जान: अतिक्रमण के नाम पर तोड़ा घर, कैंसर पीड़ित बच्चे की हुई मौत; रोते-बिलखते रहे परिजन

निगम की मनमानी ने ली जान: अतिक्रमण के नाम पर तोड़ा घर, कैंसर पीड़ित बच्चे की हुई मौत; रोते-बिलखते रहे परिजन

बिलासपुर में अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई कार्रवाई में एक मकान के क्षतिग्रस्त होने से कैंसर पीड़ित मासूम बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। परिजनों और स्थानीय लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया, जिसमें सड़क चौड़ीकरण के लिए नगर निगम द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान मकान टूटने से बच्चे की मौत को लेकर गुस्सा व्यक्त किया गया। परिजनों का आरोप है कि नगर निगम ने बिना किसी पूर्व नोटिस या चेतावनी के उनके घर को जबरन तोड़ दिया, जिसके मानसिक आघात के कारण बच्चे की मौत हो गई।

दरअसल, शुक्रवार को संतोष यादव के घर पर नगर निगम की कार्रवाई हुई। परिजनों का कहना है कि उन्होंने बच्चे की गंभीर बीमारी का हवाला देकर कुछ समय की मोहलत मांगी थी, लेकिन निगम कर्मचारियों ने उनकी बात अनसुनी कर घर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। परिजनों का यह भी आरोप है कि अन्य मकानों में केवल 70 फीट तक तोड़फोड़ की गई, जबकि उनके घर को 200 फीट अंदर तक तोड़ा गया।

उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ ऐसे मकान छोड़ दिए गए, जिन पर कार्रवाई होनी चाहिए थी। एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने मासूम हिमांशु की मृत्यु के बाद कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन के दौरान किसी भी प्रशासनिक अधिकारी की अनुपस्थिति से लोगों का आक्रोश और बढ़ गया।

इस घटना पर स्थानीय पार्षद दिलीप पाटिल ने कहा कि नगर निगम की कार्रवाई अव्यवस्थित और असंवेदनशील थी, जिसके परिणामस्वरूप एक मासूम की जान चली गई। उन्होंने प्रशासन से दोषियों पर सख्त कार्रवाई और प्रभावित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की।


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