पुरानी थाना भिलाई ने डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर धोखाधड़ी करने के मामले में एक आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। वहीं दो अन्य आरोपी कोलकाता से गिरफ्तार हुए हैं। दरअसल 16 नवंबर 2024 को पुरानी भिलाई थाने में इंद्रप्रकाश कश्यप (51 वर्ष) ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके मोबाइल पर नंबर 9783623063 से कॉल आया। उसने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया और कहा कि आपके आधार कार्ड से क्राइम हुआ है और 49,01,196 रुपए ट्रांसफर करवा लिया।
तीन दिनों के सर्च में आरोपी को मुंबई से पकड़ा
विवेचना के दौरान बैंक से आरोपी ने जिस खाते का उपयोग किया, उसकी जानकारी ली गई। सामने आया कि धोखाधड़ी की रकम आईसीआईसीआई बैंक के खाता क्रमांक 145405002945 संभाजीनगर महाराष्ट्र में ट्रांसफर हुई है। पूर्व में खाताधारक आरोपी बापु श्रीधर भराड़ को गिरफ्तार किया गया था।
पूछताछ के आधार पर आरोपी सोमनाथ मछिन्द ढोबले व शेख नवीद को बीढ़ व पुणे से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि बैंक खाता ठाणे निवासी सद्दाम मुल्ला को दिया था। इसके बाद पुलिस ने तीन दिनों तक जांच के बाद आरोपी सद्दाम को गिरफ्तारी की।
आधार कार्ड के गलत उपयोग का झांसा देकर ठगी
दुर्ग के एसपी जितेंद्र शुक्ला ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पीड़ित इंद्रप्रकाश कश्यप को फोन पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया और कहा कि आपके आधार कार्ड का दुरुपयोग अपराध में हुआ है। इसलिए आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाता है।
कोलकाता से दो आरोपी गिरफ्तार
सद्दाम मुल्ला से पूछताछ के बाद दुर्ग पुलिस के एक्शन में और तेजी आई। नए इनपुट और लीड के आधार पर दुर्ग पुलिस ने कोलकाता से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सोमनाथ ढोबले और नवीद नाम के आरोपी कोलकाता से अरेस्ट किए गए।
मास्टरमाइंड सद्दाम मुल्ला ने अपने साथियों के जरिए तीन लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल फ्रॉड की रकम को ट्रांसफर करने में करता था। उसने इंटरनेट बैंकिंग यूजर आईडी, पासवर्ड और रजिस्टर्ड सिम कार्ड राजस्थान के उदयपुर निवासी तीन अन्य व्यक्तियों को दिए थे।