Chhattisgarh Driver Mahasangh Strike: छत्तीसगढ़ में परिवहन व्यवस्था ठप होने के आसार बन गए हैं। छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ ने शनिवार से “स्टेयरिंग छोड़ो, चक्का जाम आंदोलन” की घोषणा की है। संगठन ने साफ कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
राजधानी रायपुर से लेकर गरियाबंद तक इस हड़ताल का असर दिखने लगा है। नेशनल हाईवे 130 सी के डोहेल क्षेत्र में बड़ी संख्या में ड्राइवर धरने पर बैठे हैं। महासंघ के पदाधिकारी क्षेत्रमोहन ने कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से अपने अधिकार मांग रहे हैं। यह आंदोलन हमारे सभी ड्राइवर भाइयों के भविष्य के लिए है।”
क्या हैं ड्राइवरों की प्रमुख मांगें ?
- प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए।
- ड्राइवर आयोग और ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड का गठन हो।
- कमर्शियल लाइसेंस पर बीमा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- दुर्घटना में मृत्यु पर 10 लाख रुपये और अपंगता की स्थिति में 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाए।
- सभी चालकों के लिए हेल्थ कार्ड की सुविधा मिले।
- 55 वर्ष की आयु पूरी होने पर पेंशन योजना शुरू की जाए।
- ड्राइवरों के बच्चों को शिक्षा और नौकरी में आरक्षण मिले।
- प्रत्येक जिले में ड्राइवर स्मारक बनाया जाए।
- ड्राइवरों पर हमले या लूटपाट करने वालों के खिलाफ कठोर दंड का प्रावधान हो।
संगठन ने सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
ड्राइवर महासंघ के सदस्यों का कहना है कि वे पिछले कई महीनों से अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दे रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। महासंघ के नेताओं ने कहा, “हमने मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री दोनों को पत्र भेजे, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला, कार्रवाई नहीं।”
अब मजबूर होकर संगठन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। महासंघ का दावा है कि प्रदेशभर में 50 से 60 हजार ड्राइवर इस आंदोलन में शामिल हैं।
हड़ताल से परिवहन और आपूर्ति व्यवस्था पर असर
आंदोलन का असर राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में दिखने लगा है। ट्रक, बस और ऑटो समेत ज्यादातर वाहन सड़कों से गायब हैं। इससे माल परिवहन और आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। खासतौर पर मंडियों और औद्योगिक क्षेत्रों में कच्चे माल की ढुलाई पर असर पड़ रहा है।
सरकार ने हालात पर नजर रखने के लिए पुलिस और परिवहन विभाग को अलर्ट किया है। अधिकारियों ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, और जल्द ही वार्ता के जरिए हल निकालने की कोशिश की जाएगी
