कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में चीतल का शिकार, NH-30 पर मिला शव, शिकारी की सूचना पर ₹10,000 का इनाम

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में चीतल का शिकार, NH-30 पर मिला शव, शिकारी की सूचना पर ₹10,000 का इनाम

बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में किसी ने चीतल को तीर मारकर उसका शिकार किया है। 18 जुलाई की सुबह घायल अवस्था में चीतल नेशनल हाईवे 30 पर पहुंचा और सड़क के बीच ही उसकी मौत हो गई। रास्ते से गुजर रहे लोगों ने इसकी जानकारी वन विभाग और राष्ट्रीय उद्यान के अफसरों को दी।

दरअसल, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के बीच में NH-30 जगदलपुर-सुकमा सड़क है। इसी सड़क के पेदावाड़ा चौक के पास चीतल मृत पड़ा था। इसका शिकार किसने किया है फिलहाल यह अभी स्पष्ट नहीं हैं। अफसरों ने इसका पता लगाने वाले को 10 हजार इनाम देने की घोषणा की है। जो जानकारी देगा उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

आसपास के लोग हो सकते है शिकारी

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के SDO कमल तिवारी का कहना है कि चीतल की उम्र करीब 2 साल की थी। उसके शरीर में तीर घुसा हुआ था। इससे यह स्पष्ट है कि किसी ने उसका शिकार किया है। पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। अफसरों का अनुमान है कि आस-पास में गांव स्थित है। संभवतः वहीं के कोई शिकारी होंगे। जिसका पता लगाया जा रहा है।

3 से 7 साल की सजा का प्रावधान

चीतल का शिकार करने पर वन्य जीव प्राणी अधिनियम के तहत 3 से लेकर 7 साल तक की सजा का प्रावधान है। इसके अलावा जुर्माना भी लगाया जाता है। या दोनों सजा एक साथ भी दी जा सकती है।


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