CG News: बिलासपुर । बिलासपुर जिले में प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल किया गया है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने राजस्व वसूली और भूमि विवादों के समाधान में लापरवाही बरतने वाले 10 राजस्व निरीक्षकों का तबादला कर दिया है। यह कार्रवाई हाल ही में आयोजित राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक के बाद की गई, जिसमें यह पाया गया कि कई निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में निर्धारित कार्यों को गंभीरता से नहीं ले रहे थे। सीमांकन, नामांतरण और राजस्व वसूली जैसे जनहित के महत्वपूर्ण कार्यों में अनदेखी के चलते ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इस पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि अब किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और विभाग में पारदर्शिता व कार्यकुशलता सुनिश्चित करना अनिवार्य है।
तबादले के पीछे है अधिकारियों की गलती
CG News: जारी आदेश के अनुसार सभी स्थानांतरित निरीक्षकों को तीन दिनों के भीतर अपने नवीन पदस्थापना स्थल पर कार्यभार ग्रहण करना अनिवार्य होगा, अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिन अधिकारियों का तबादला किया गया है, उनमें परमेश्वर साहू को बेलतरा से सरकंडा, मोतीलाल कुर्रे को सरकंडा से बेलतरा, सतीश कुमार कश्यप को चपोरा (रतनपुर) से जरौधा (तखतपुर), विकास कौशिक को भू-अभिलेख शाखा से अमसेना (सकरी), सतीश कौशिक को भू-अभिलेख शाखा बिलासपुर से चिल्हाटी (पचपेड़ी), नारायण प्रसाद भास्कर को भू-अभिलेख शाखा बिलासपुर से बोदरी, राहुल कुमार शर्मा को भू-अभिलेख शाखा बिलासपुर से विजयपुर (तखतपुर), धारा वर्मा को अमसेना (सकरी) से नगोई (बेलतरा), शिल्पा मेहर को पटवारी प्रशिक्षण शाला से चपोरा (रतनपुर) तथा पूर्णिमा मेहर को पटवारी प्रशिक्षण शाला से मानिकचौरी (पचपेड़ी) भेजा गया है।
कलेक्टर की यह कार्रवाई स्पष्ट संकेत देती है कि प्रशासन अब शिथिलता के प्रति सख्त रुख अपनाने के मूड में है और जनता से जुड़े कार्यों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।