रायपुर, 8 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर ने चिकित्सा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। नारायणा हेल्थ एनएच एमएमआई मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्रदेश की पहली रोबोटिक-असिस्टेड रैडिकल प्रोस्टेक्टोमी (प्रोस्टेट कैंसर सर्जरी) सफलतापूर्वक की गई। यह सर्जरी वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. वरुण शर्मा (एम.सीएच यूरोलॉजी, पीजीआई चंडीगढ़) के नेतृत्व में की गई, जो इस अत्याधुनिक तकनीक को अपनाने वाले छत्तीसगढ़ के पहले यूरोलॉजिस्ट बन गए हैं।
72 वर्षीय मरीज को पेशाब की समस्या और पीएसए (PSA) स्तर में वृद्धि के बाद प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि हुई थी। इस जटिल सर्जरी में ‘दा विंची’ रोबोट की सहायता से बेहद कम रक्तस्राव, न्यूनतम दर्द और उच्च सटीकता के साथ ऑपरेशन किया गया। मरीज केवल दो दिन में पूरी तरह स्थिर होकर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए।
डॉ. शर्मा ने प्रोस्टेट कैंसर सर्जरी में अपनी विशेषज्ञता भारत और विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों — मेमोरियल स्लोन केटरिंग (न्यूयॉर्क), माउंट साइनाई हॉस्पिटल, मार्टिनी क्लिनिक (जर्मनी), और वियना मेडिकल यूनिवर्सिटी — से प्राप्त की है। अब उनका यह अनुभव रायपुर को विश्वस्तरीय कैंसर उपचार का नया हब बना रहा है।
भारत में प्रोस्टेट कैंसर तेजी से बढ़ता हुआ रोग है और अनुमान है कि 2040 तक इसके मामले दोगुने हो सकते हैं। इसके बावजूद जागरूकता की कमी के कारण अधिकांश मरीज देर से अस्पताल पहुंचते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, समय पर PSA टेस्ट और रोबोटिक सर्जरी से बुजुर्ग मरीजों में भी पूरी तरह ठीक होना संभव है।
रोबोटिक सर्जरी के लाभों में 3डी मैग्नीफाइड विजन, कम चीरा, जल्दी रिकवरी और बेहतर जीवन गुणवत्ता शामिल हैं। यह तकनीक प्रोस्टेट के अलावा ब्लैडर और किडनी कैंसर के इलाज में भी कारगर साबित हो रही है।
इस सर्जरी की सफलता अनुभवी टीमवर्क का परिणाम रही, जिसमें डॉ. कोशलेश तिवारी (यूरोलॉजिस्ट), डॉ. अरुण अंदप्पन और डॉ. राकेश चंद (एनेस्थेटिस्ट), नर्सिंग और टेक्निकल स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह उपलब्धि रायपुर को मेडिकल मैप पर मजबूती से स्थापित करती है और छत्तीसगढ़ में कैंसर के आधुनिक इलाज की एक नई राह खोलती है।