रायपुर. 15 अगस्त पर छत्तीसगढ़ की सभी मस्जिदों, दरगाहों और मदरसों में तिरंगा फहराने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है. यह आदेश छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड की ओर से जारी किया गया है, जो देशभर में पहली बार किसी वक्फ बोर्ड द्वारा ऐसा कदम उठाने का उदाहरण है. वक्फ बोर्ड ने राज्य के सभी मुतवल्लियों को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज को सम्मानपूर्वक फहराया जाए और साथ ही राष्ट्रगान का आयोजन भी हो. वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने कहा कि यह निर्णय राष्ट्रीय एकता, सद्भाव और भाईचारे के संदेश को मजबूत करने के लिए लिया गया है. यह पहल न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में एक नई मिसाल पेश करेगी.
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने इस फैसले को राष्ट्रीय एकता और भाईचारे के लिए अहम बताया. उन्होंने कहा, “हमारा देश विविधताओं से भरा है और इन विविधताओं के बीच एकता का संदेश देना हम सबकी जिम्मेदारी है. यह पहल न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में एक सकारात्मक संदेश भेजेगी कि धर्म और संस्कृति से ऊपर देशभक्ति है.” इस कदम को राजनीतिक हलकों में भी व्यापक प्रतिक्रिया मिल रही है. जहां एक ओर कई दल इस निर्णय का स्वागत कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ विरोधी इसे ‘प्रतीकात्मक राजनीति’ करार दे रहे हैं. हालांकि, आम नागरिकों में इस पहल को लेकर सकारात्मक उत्साह देखा जा रहा है और सोशल मीडिया पर भी वक्फ बोर्ड के इस कदम की सराहना की जा रही है.
