CG Naxalites Surrender: नक्सलियों को बड़ा झटका, 50 लाख का इनामी बारसे देवा का सरेंडर, हिडमा के एनकाउंटर के बाद बना था मिलिट्री कमीशन हेड

CG Naxalites Surrender: नक्सलियों को बड़ा झटका, 50 लाख का इनामी बारसे देवा का सरेंडर, हिडमा के एनकाउंटर के बाद बना था मिलिट्री कमीशन हेड

CG Naxalites Surrender: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में एक बार फिर सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिलती दिखाई दे रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बना नक्सली कमांडर बारसे देवा ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।

हालांकि अभी तक इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन इसके संकेत मिल रहे हैं कि वह सुकमा इलाके में आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार हो चुका है। बताया जा रहा है कि कड़ी सुरक्षा के बीच जंगल से बाहर निकलने के लिए उसके लिए एक सुरक्षित कॉरिडोर भी तैयार किया गया था।

PLGA बटालियन नंबर 1 का प्रमुख चेहरा रहा है बारसे

बारसे देवा छत्तीसगढ़ की सबसे घातक मिलिट्री इकाई PLGA बटालियन नंबर 1 का प्रमुख चेहरा रहा है। उसकी अगुवाई में नक्सलियों ने बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में कई खूनी वारदातों को अंजाम दिया था।

सुरक्षा एजेंसियों ने उस पर 50 लाख रुपये का इनाम रखा था। सूत्रों के अनुसार, माडवी हिडमा के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद बारसे देवा को मिलिट्री कमीशन हेड बनाया गया था। लेकिन हिडमा की मौत के बाद से ही वह लगातार छिपा हुआ और मानसिक दबाव में था।

कुख्यात नक्सली माडवी हिडमा भी एनकाउंटर में मारा गया

18 नवंबर को नक्सलियों के केंद्रीय कमेटी सदस्य और देश का सबसे कुख्यात नक्सली माडवी हिडमा आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीतारामा राजू जिले में एनकाउंटर में मारा गया था। हिडमा सालों तक बस्तर में निर्दोष ग्रामीणों, आदिवासियों और सुरक्षा बलों की हत्याओं के लिए जिम्मेदार रहा। वही हिडमा नक्सल संगठन का सबसे बड़ा रणनीतिकार माना जाता था।

हिडमा के समाप्त होने के बाद संगठन में टूट और भय का माहौल

हिडमा के समाप्त होने के बाद संगठन में टूट और भय का माहौल बढ़ रहा है। राज्य की पुनर्वास नीति (Rehabilitation Policy) और लगातार चलाए जा रहे अभियान के चलते कई नक्सली हिंसा की राह छोड़ने लगे हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया कि बारसे देवा ने बस्तर आईजी को फोन कर अपना आत्मसमर्पण करने की मंशा जताई। हालांकि प्रशासन उसकी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार कर रहा है।

बारसे देवा के सरेंडर से PLGA बटालियन नंबर 1 को सबसे बड़ा झटका लगेगा और बस्तर में नक्सली नेटवर्क काफी कमजोर होगा। सुरक्षा बलों की हालिया कार्रवाइयों ने नक्सलियों की जड़ें हिलाकर रख दी हैं। बारसे देवा के सरेंडर की खबर ने बस्तर में नक्सल विरोधी अभियान को नई दिशा दे दी है।


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