रायपुर। नक्सलियों के खिलाफ जारी सरकार के अभियान को लेकर एक बहुत बड़ी खबर सामने आई है। सरकार के ऑपरेशन से घबराए छत्तीसगढ़ में नक्सली हथियार छोड़ने को तैयार हो गए हैं। छत्तीसगढ़ में नक्सली संगठन CPI (Maoist) ने शांति वार्ता की इच्छा जताते हुए हथियार छोड़ने की बात कही है। संगठन के प्रवक्ता अभय का एक लेटर वायरल हुआ है जिसमें वीडियो कॉल के जरिए बातचीत और एक महीने का वक्त मांगा गया है।
नक्सलियों ने क्या मांग की?
सामने आए लेटर में नक्सलियों ने सीजफायर की मांग की है और संपर्क करने के लिए ईमेल आईडी भी जारी की है। वायरल लेटर में नक्सलियों ने लिखा है कि वो विकास और शांति चाहते हैं, इसलिए सरकार को उनसे संवाद स्थापित करना चाहिए। संगठन ने कहा कि उन्हें तैयारी के लिए एक महीने का वक्त चाहिए। इस दौरान उनके खिलाफ किसी भी तरह की पुलिस कार्रवाई न की जाए और इसकी जानकारी रेडियो और टीवी के जरिए जारी की जाए। नक्सलियों की ये चिट्टी 15 अगस्त की है।
कई इलाकों में नक्सली कमजोर पड़े
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 से पहले देश से नक्सलवाद को खत्म करने का ऐलान किया था। इसके बाद नक्सलियों के खिलाफ जनवरी 2024 से सुरक्षा बलों की कार्रवाई तेज हुई है। इन कार्रवाईयों से कई इलाकों में नक्सली कमजोर पड़े हैं। बड़ी संख्या में नक्सली पकड़े गए या फिर एनकाउंटर में मारे गए हैं। यही वजह है कि अब नक्सली हथियार छोड़ने की बात कर रहे हैं।
सरकार ने क्या कहा?
हालांकि, वायरल लेटर की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। इस लेटर पर छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा का रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी हिंसा की इच्छा नहीं जताई थी लेकिन वायरल चिट्ठी की सत्यता की जांच जरूरी है।