कहते हैं एमपी अजब-गजब है और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे रायसेन में कुछ अजब गजब नजारा देखने को मिल भी गया. यहां स्वास्थ्य सेवाओं के कितने अच्छे हाल है इसका उदाहरण देखने को मिलता रहता है. स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के गृह नगर उदयपुरा विधानसभा के बरेली में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर पर देखी जा रही हैं. इसका उदाहरण एक बार फिर देखने को मिला, जहां बरेली सिविल अस्पताल में भर्ती मरीज हाथ में लगी बोतल लेकर एसडीएम ऑफिस पहुच गया. इसे देखकर सभी दंग रह गए.
स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल…
मरीज ने बताया की नर्स बोतल लगाकर निकालना भूल गई. बार बार कहने पर भी बोतल नही निकाली इसलिए एसडीएम ऑफिस आ गया. यह बताने के लिए कि स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल है, जनाब भी देख लें. वहीं, एसडीएम संतोष मुद्गल ने अस्पताल कर्मचारी को बुलाकर बोतल निकलवाई.
बेफिक्र स्वास्थ्य कर्मी रोज नए कारनामे कर रहे
आपको बता दें की 4 दिन पहले स्वास्थ्य राज्यमंत्री के क्षेत्र में आयुष्मान उप स्वास्थ्य केंद्र में लाखों की दवाई जलाने का मामला सामने आया था, लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नही की गई और बेफिक्र स्वास्थ्य कर्मी रोज नए कारनामे कर रहे हैं. स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के गृह नगर में ही स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हैं. यहां पदस्थ कर्मचारी बेफिक्र होकर कारनामे कर रहे हैं. मंत्री के क्षेत्र में इस तरह के हालात है तो आप समझ सकते है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्या हाल होंगे.
काफी समझाने पर माना मरीज
हाथ से निकलकर बोटल में खून जाने लगा था. मगर, नर्स को कोई परवाह नहीं थी. मरीज बार बार बोल रहा था कि कोई तो बोतल निकाल दो, मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया. इस पर वह एसडीएम ऑफिस पहुंच गया. हंगामा कर रहे मरीज राजू शिल्पी ने ड्यूटी पर तैनात दोनों नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. जैसे-तैसे मरीज की बोतल निकलवाकर उसे घर भेजा. वहीं एसडीएम संतोष मुद्गल ने बीएमओ हेमंत यादव को पत्र लिखकर दोनों नर्स पर कार्रवाई की बात कही.