बीजेपी प्रशिक्षण शिविर: मैनपाट में मांदर की थाप, सीएम साय और नबीन के साथ छत्तीसगढ़ी लोकगीतों पर थिरके सांसद-विधायक

बीजेपी प्रशिक्षण शिविर: मैनपाट में मांदर की थाप, सीएम साय और नबीन के साथ छत्तीसगढ़ी लोकगीतों पर थिरके सांसद-विधायक

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के मैनपाट में आयोजित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद-विधायक प्रशिक्षण शिविर में जमकर सांस्कृतिक रंग बिखरा। 7 से 9 जुलाई 2025 तक चले शिविर के दूसरे दिन 8 जुलाई को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, सांसद और विधायक छत्तीसगढ़ी लोकगीतों की धुन पर झूमते नजर आए। खास बात यह रही कि सीएम साय और नितिन नबीन मांदर (पारंपरिक वाद्य यंत्र) लेकर थिरके, जिसने इस आयोजन को और भी यादगार बना दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ी संस्कृति की छटा

मैनपाट, जिसे “छत्तीसगढ़ का शिमला” भी कहा जाता है, में आयोजित इस शिविर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने और कार्यकर्ताओं में एकजुटता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया।

कार्यक्रम में विधायक अनुज शर्मा के गाए छत्तीसगढ़ी लोकगीतों ने सभी का मन मोह लिया। सीएम विष्णुदेव साय, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, 10 सांसदों, 44 विधायकों और 10 मंत्रियों ने उत्साहपूर्वक इस सांस्कृतिक उत्सव में हिस्सा लिया। स्थानीय व्यंजनों जैसे ‘लकड़ा फूल की चटनी’ और बाजरा-आधारित भोजन ने ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को और मजबूती दी।

प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य

7 जुलाई को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मैनपाट के तिब्बती मठ परिसर में इस प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया था। शिविर का उद्देश्य पार्टी के सांसदों, विधायकों और मंत्रियों को संगठनात्मक मजबूती, जनसंपर्क, शासन-प्रशासन की प्राथमिकताओं और 2029 के आम चुनावों की तैयारी के लिए प्रशिक्षित करना था।

शिविर में 12 थीम आधारित सत्र आयोजित किए गए, जिनमें केंद्रीय मंत्रियों शिवराज सिंह चौहान और बीएल संतोष जैसे राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने सत्र संबोधित किए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 9 जुलाई को समापन सत्र को संबोधित करने वाले थे, जिसमें छत्तीसगढ़ और देश के लिए पार्टी की भावी रणनीति पर चर्चा होने की उम्मीद थी।

स्थानीय संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा

मैनपाट, जो सरगुजा जिले का एक खूबसूरत और नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा है, को इस शिविर के लिए रणनीतिक रूप से चुना गया। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, “मैनपाट में इस तरह के आयोजन से न केवल स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा मिलता है, बल्कि यह क्षेत्र पर्यटन और रोजगार के नए अवसरों को भी खोलता है।” शिविर में सुबह योग सत्र, स्थानीय तिब्बती मठ की यात्रा और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों ने क्षेत्र की सांस्क Congress सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता को उजागर किया।

नक्सलवाद के खिलाफ साय सरकार की रणनीति

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सलवाद के खिलाफ कठोर रुख अपनाया है। उनकी सरकार ने “बोली का जवाब बोली से और गोली का जवाब गोली से” की नीति के तहत बस्तर में 100 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है और कई ने आत्मसमर्पण किया है।

लोन वर्राटू अभियान के तहत दंतेवाड़ा में 12 नक्सलियों, जिनमें 8 लाख रुपये के इनामी नक्सली चंद्रन्ना शामिल थे, ने हाल ही में आत्मसमर्पण किया। साय सरकार ने नियद नेल्लनार योजना के माध्यम से नक्सल प्रभावित गांवों में विकास कार्यों को बढ़ावा दिया है, जिससे स्थानीय समुदायों में विश्वास बढ़ा है।

विपक्ष ने की आलोचना

कांग्रेस के प्रदेश संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने इस शिविर को “राजनीतिक पर्यटन” करार देते हुए आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस तरह के आयोजनों के जरिए भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह शिविर बेहतर शासन और जनसंपर्क को मजबूत करने के लिए आयोजित किया गया है।

यहाँ देखिये वायरल वीडियो


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