बिहार मंत्रिमंडल का आज, 26 फरवरी को विस्तार हुआ, जिसमें सात नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई, ये मंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टीम में शामिल हुए। राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने नए मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई। अब मंत्रिमंडल में कुल 36 सदस्य हो गए। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार को लेकर सियासी गलियारों में कई मायने लगाए जा रहे हैं। अब इस पर RLM के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की प्रतिक्रिया आई है।
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के कोटे से 7 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। इससे BJP की बिहार सरकार में भूमिका और मजबूत हुई है। जानकारों के मुताबिक चुनावों से पहले इसे बीजेपी का बड़ा दांव मान जा रहा है। मगर गठबंधन के साथी बता रहे हैं कि यह तो पहले से ही होना था और आज हुआ। इसे चुनावों से नहीं जोड़ा जान चाहिए।
राजद के लोग अपनी बेचैनी पर काबू रखें-कुशवाहा
बिहार मंत्रिमंडल विस्तार पर RLM के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, इसे चुनावों से मत जोड़िए, यह तो पहले से ही होना था और आज हुआ, सब कुछ सुचारू है और ऐसा ही रहेगा। मंत्रिपरिषद का विस्तार पहले से ही होने की उम्मीद थी। जिस समय पूरा मंत्रिपरिषद बना था, उस समय कुछ स्थान खाली रह गए थे जिसमें भाजपा कोटा था और उसी आधार पर आज विस्तार हो रहा है। इसमें कुछ नया नहीं है। ऐसा नहीं है कि यह अचानक हुआ, यह पहले से ही होना था। कोई बेचैनी नहीं है, राजद के लोग अपनी बेचैनी पर काबू रखें।
इन BJP विधायको को दिलाई गई मंत्री पद की शपथ
- संजय सरावगी
- कृष्ण कुमार मंटू
- विजय कुमार मंडल
- मोती लाल प्रसाद
- राजू कुमार सिंह
- जीवेश कुमार
- सुनील कुमार
मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या बढ़कर 36 हुई
इस विस्तार के बाद हो गई है। इससे पहले दिन में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने अपनी पार्टी की ”एक व्यक्ति, एक पद” की नीति के अनुरूप नीतीश कुमार मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। जायसवाल को पिछले साल जनवरी में जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के बाद गठित नये मंत्रिमंडल में राजस्व और भूमि सुधार विभाग का प्रभार प्रदान किया गया था।