नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 मई 2025 को हुई अहम बैठक में देशभर की न्यायपालिका में बड़े बदलाव का फैसला लिया है। इस दौरान 21 हाईकोर्ट जजों के तबादले और प्रत्यावर्तन की सिफारिश की गई है। यह कदम न्यायिक व्यवस्था में प्रशासनिक सुचारूता और संतुलन सुनिश्चित करने के मकसद से उठाया गया है।
कॉलेजियम की इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी. आर. गवई ने की। न्यायपालिका में प्रस्तावित इन तबादलों को अंतिम रूप केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद ही दिया जाएगा। ऐसे फैसले उच्च न्यायालयों के सुचारू संचालन और संस्थागत संतुलन बनाए रखने की दिशा में अहम माने जाते हैं।
26 मई को हुई बैठक में कॉलेजियम ने निम्नलिखित न्यायाधीशों के विभिन्न उच्च न्यायालयों में स्थानांतरण की सिफारिश की:


- न्यायमूर्ति सुजॉय पॉल को तेलंगाना उच्च न्यायालय से कोलकाता उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश की गई है।
- न्यायमूर्ति वी. कामेश्वर राव को कर्नाटक उच्च न्यायालय से वापस दिल्ली उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश की गई है।
- न्यायमूर्ति लानुसुंगकुम जामिर को गुवाहाटी उच्च न्यायालय से कोलकाता उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश की गई है।
- न्यायमूर्ति मानस रंजन पाठक को गुवाहाटी से ओडिशा उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है।
- न्यायमूर्ति नितिन वासुदेव साम्ब्रे को बॉम्बे उच्च न्यायालय से दिल्ली उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है।
- न्यायमूर्ति अश्विनी कुमार मिश्र को इलाहाबाद से पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है।
- न्यायमूर्ति सुमन श्याम को गुवाहाटी से बॉम्बे उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है।
- न्यायमूर्ति संजीव प्रकाश शर्मा को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से वापस राजस्थान उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है।
- न्यायमूर्ति विवेक चौधरी को इलाहाबाद से दिल्ली उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है।
- न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह को केरल से कर्नाटक उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है।
- न्यायमूर्ति विवेक कुमार सिंह को मद्रास से मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है।
- न्यायमूर्ति बट्टू देवनंद को मद्रास उच्च न्यायालय से वापस आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया