भोपाल। राजधानी भोपाल के करोंद क्षेत्र से पकड़े गए ISIS के संदिग्ध आतंकी अदनान के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच में सामने आया है कि अदनान को ISIS के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जिम्मेदारी दी गई थी। वह फर्जी पहचान से ऑनलाइन अकाउंट संचालित कर उग्रवादी और भड़काऊ वीडियो प्रसारित करता था।
जांच में खुलासा हुआ है कि अदनान का काम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऐसे जेहादी और भड़काऊ वीडियो अपलोड करना था, जिनमें युवाओं को मजहब के नाम पर भड़काने और मर मिटने जैसी तकरीरें होती थीं। वह इन वीडियोज के माध्यम से युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा की ओर आकर्षित करने की कोशिश करता था। जांच एजेंसियों ने बताया कि अदनान रोजाना 10 से 12 घंटे बंद कमरे में लैपटॉप पर काम करता था और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सामग्री अपलोड कर नेटवर्क मजबूत करने में जुटा था।
बताया जा रहा है कि अदनान और उसके साथी की मुलाकात आठ महीने पहले हुई थी, जिसके बाद दोनों ने Signal ऐप और अन्य माध्यमों से संपर्क बनाए रखा। दोनों ही सीधे सीरिया स्थित ISIS कमांडर के संपर्क में थे और कमांडर के निर्देश पर अदनान सोशल मीडिया ग्रुप्स में प्रचार सामग्री शेयर करता था। एजेंसियां अब अदनान के डिजिटल उपकरणों, चैट रिकॉर्ड्स और नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाशी और डिजिटल फॉरेंसिक जांच कर रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि अदनान सोशल मीडिया के जरिए एक संगठित उग्रवादी नेटवर्क तैयार करने की कोशिश में था। फिलहाल उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, ताकि नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक पहुंच बनाई जा सके।

