ग्राम गभरा में 18 दिसंबर को बाबा गुरुघासी दास जयंती एवं मड़ई का आयोजन, जोड़ा जैतखांभ की होगी स्थापना, भूपेश बघेल होंगे शामिल

ग्राम गभरा में 18 दिसंबर को बाबा गुरुघासी दास जयंती एवं मड़ई का आयोजन, जोड़ा जैतखांभ की होगी स्थापना, भूपेश बघेल होंगे शामिल

Guru Ghasidas Jayanti 2025 : छत्तीसगढ़ के ग्राम गभरा (करगा) में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाबा गुरुघासी दास जयंती एवं मड़ई महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 18 दिसंबर 2025, गुरुवार को श्रद्धा, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक उल्लास के साथ संपन्न होगा। इस अवसर पर गांव में जोड़ा जय स्तंभ की स्थापना भी की जाएगी, जिसे लेकर ग्रामीणों और सतनामी समाज में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। आयोजन स्थल पर सुबह से ही धार्मिक अनुष्ठान, ध्वजारोहण और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

आयोजन समिति द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और बाबा गुरुघासी दास जी के संदेश “सब धर्म एक समान” को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास है। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री एवं पाटन विधायक भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता राकेश ठाकुर (अध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी, दुर्ग ग्रामीण) करेंगे। विशेष अतिथियों में पूर्व ओएसडी आशीष वर्मा, जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र चंद्रवंशी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष महेंद्र वर्मा, पूर्व अध्यक्ष सेवा सहकारी समिति पहंदौर पुरूषोत्तम तिवारी सहित कई जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहेंगे।

कार्यक्रम के अंतर्गत 17 दिसंबर 2025 बुधवार को रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें छत्तीसगढ़ी लोक कला नृत्य पार्टी, पारंपरिक गीत-संगीत, कल्ले-मुल्ले औरी की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। वहीं 18 दिसंबर को दोपहर 2 बजे से ध्वजारोहण कार्यक्रम संपन्न किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण और श्रद्धालु शामिल होंगे।

आयोजन समिति ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य बाबा गुरुघासी दास जी के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाना, सामाजिक समरसता को मजबूत करना और ग्रामीण संस्कृति को सहेजना है। कार्यक्रम में आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के पहुंचने की संभावना है। आयोजन को सफल बनाने के लिए समस्त ग्रामवासी एवं सतनामी समाज गभरा द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही हैं।

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