
एक्सिओम-4 मिशन से लौटे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने पृथ्वी पर जीवन के साथ दोबारा तालमेल बैठाने के अनुभव साझा किए।
उन्होंने बताया कि फोन हाथ में भारी लगने लगा था और लैपटॉप गिरा दिया क्योंकि उन्हें लगा वह अंतरिक्ष की तरह तैर जाएगा। मिशन को उम्मीदों से बढ़कर बताते हुए शुक्ला ने कहा कि उन्होंने बहुत कुछ सीखा है जो भारत के आगामी गगनयान मिशन में सहायक होगा। उन्होंने इसे भारत के अंतरिक्ष नेतृत्व की नई शुरुआत बताया और युवाओं को प्रेरित करने की बात कही। मिशन के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री से बातचीत समेत सभी “होमवर्क” पूरे किए और दस्तावेजीकरण किया, जो गगनयान के लिए उपयोगी होगा।