रायपुरः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को रायपुर पहुंचे, जहां उन्होंने नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) कैंपस और हाईटेक फोरेंसिक लैब का शिलान्यास किया। हाईटेक फोरेंसिक लैब से सबूतों की जांच के लिए साइंटिफिक प्रोफेशनल तैयार होंगे, जांच में तेजी आएगी। NFSU में टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन के नए एक्सपर्ट तैयार होंगे। अभी रिपोर्ट लेट होने से आरोपी को अनावश्यक जेल में रहना पड़ता है। रिपोर्ट जल्दी आएगी, जिससे कोर्ट अपना फैसला जल्दी सुनाएगा। कार्यक्रम में CM विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, गृहमंत्री विजय शर्मा उपस्थित रहे।
पड़ोसी राज्यों के DGP-ADGP रैंक के अधिकारियों से मीटिंग
शिलान्यास कार्यक्रम के बाद गृहमंत्री शाह नवा रायपुर स्थित होटल रिसॉर्ट में छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्य ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश के DGP और ADGP रैंक के अधिकारियों के साथ सुरक्षा संबंधित उच्चस्तरीय बैठक करेंगे। इसके बाद 6.30 से 8.00 बजे तक नक्सल ऑपरेशन पर विशेष समीक्षा बैठक करेंगे। बैठक में नक्सल ऑपरेशनों की वर्तमान स्थिति, अंतरराज्यीय समन्वय, खुफिया तंत्र की मजबूती, और आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर चर्चा हो सकती है।
NFSU की स्थापना से क्या-क्या फायदे ?
NFSU की स्थापना से लंबित प्रकरणों की संख्या में कमी आएगी।
जिन जांचों के लिए अभी दूसरे राज्यों के विशेषज्ञों पर निर्भर हैं, उस तरह के प्रोफेशनल अब प्रदेश में तैयार होने लगेंगे।
आम लोगों को आसानी और जल्दी न्याय मिलेगा।
अभी रिपोर्ट लेट होने से आरोपी को अनावश्यक जेल में रहना पड़ता है।
रिपोर्ट जल्दी आएगी, जिससे कोर्ट अपना फैसला जल्दी सुनाएगा।
जांच रिपोर्ट की सत्यता पर सवाल नहीं उठेंगे।
टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन के नए एक्सपर्ट तैयार होंगे।
साइबर अपराधों की जांच।
आरोपियों की धरपकड़ आसान होगी।
शाह की डेडलाइन, 2026 तक करेंगे नक्सलवाद का खात्मा
31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने की बात अमित शाह ने रायपुर में बीते साल मीटिंग में कही थी। इस टारगेट को पूरा होने में करीब 1 साल से कम का समय बच हुआ है। साय सरकार बनने के बाद 350 से ज्यादा नक्सलियों का एनकाउंटर हुआ। इसलिए नक्सलवाद के खात्मे के लिए शाह का यह दौरा अहम माना जा रहा है।
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