प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों पर लटक सकता है ताला! नहीं मिलेगा एक बूंद भी ईंधन, आज ही फूल करवा लें अपनी गाड़ी की टंकी

प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों पर लटक सकता है ताला! नहीं मिलेगा एक बूंद भी ईंधन, आज ही फूल करवा लें अपनी गाड़ी की टंकी

नई दिल्लीः रोजाना करोड़ों की संख्या में वाहन सड़कों पर दौड़ते हुए नजर आते हैं. इनमें से कुछ ही वाहन इलेक्ट्रिक या फिर सीएनजी से चलने वाले होते हैं. ज्यादातर वाहन पेट्रोल और डीजल से चलते हैं. देश में पेट्रोल-डीजल की खपत बहुत अधिक होती है. सोचों अगर पेट्रोल पंप बंद हो जाएं तो क्या होगा? गाड़ियों के पहिए थम सकते हैं। हमारी सफर रूक सकती है। कई वस्तुओं के दाम बढ़ सकती है। ऐसा ही हो रहा है भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में। यहां ऑयल टैंकर ड्राइवरों ने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है और हड़ताल पर चले गए हैं। राज्य के 70% पेट्रोल पंप ड्राई हो गए। पेट्रोल पंप संचालकों का हड़ताल जारी रहा तो पूरे प्रदेश में पेट्रोल पंप बंद हो सकते हैं।

दरअसल, एनएच-6/306 का सैरांग-कावनपुई तक का हिस्सा इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है कि अब उस पर तेल टैंकरों का चलना सुरक्षित नहीं है। इस सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर ऑयल टैंकर ड्राइवरों ने मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि जब तक सड़क की मरम्मत नहीं हो जाती और उसे ट्रक के आवागमन के लिए उपयुक्त नहीं बना दिया जाता, तब तक सेवाएं रोक दी गई हैं। मिजोरम ऑयल टैंकर ड्राइवर्स एसोसिएशन (MOTDA) अध्यक्ष रोमेल लालरुदिका का कहना है कि सड़क इतनी खराब है कि 6 घंटे के सफर में 4 दिन लग रहे हैं। हमें जान की फिक्र है।

25 में से 21 पेट्रोल पंप अभी से खाली हुए

आइजोल के डीलर ममाविया छकछुआक ने बताया कि शहर के 25 में से 21 फ्यूल पंप ड्राई हो चुके हैं। डीजल 19 जुलाई को ही खत्म हो चुका था। अभी तक खाने-पीने और अन्य जरूरी चीजों की सप्लाई लाइट कॉमर्शियल व्हीकल्स से हो रही थी, लेकिन सोमवार से ईंधन नहीं मिलने से ये भी ठप पड़ गई। जिन्होंने सामान स्टॉक करके रखा है, वे महंगे दाम पर बेच रहे हैं। बता दें कि ज्य में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) के रोज कुल 60 से ज्यादा टैंकर पहुंचते हैं। ये 100 पेट्रोल पंपों पर करीब 4-8 लाख लीटर पेट्रोल-डीजल की सप्लाई करते हैं। राजधानी आइजोल में 25 फ्यूल पंप हैं। इनमें लगभग सभी ड्राई होने की कगार पर हैं।

चरम पर पहुंची महंगाई

हड़ताल के चलते राज्य में पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ रोजमर्रा के सामान की सप्लाई भी ठप पड़ गई है। इसके चलते हर जरूरी सामान दोगुनी कीमत में मिल रहा है। आइजोल में सभी सब्जियां 100 से 150 रुपए प्रति किलो से ऊपर बिक रही हैं। एक लीटर दूध का दाम भी 110 से 160 रुपए के बीच है। 50 रुपए किलो वाला में बिकने वाला चावल 75 रुपए में बिक रहा है। आइजोल और लुंग्लेई में स्कूल की बसें बंद कर दी गई हैं। बच्चे पैदल स्कूल जा रहे हैं या फिर स्कूलों ने छुट्‌टी कर दी है।


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