Bhopal College Sex Scandal: राजधानी भोपाल में मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसे अगर ‘अजमेर पार्ट 2 कांड’ कहा जाए तो गलत नहीं होगा। मामला शहर के BHEL इलाके के एक प्रतिष्ठित प्राइवेट कॉलेज से जुड़ा हुआ है, जहां के तीन पूर्व छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर एक गैंग बनाया और सुनियोजित तरीके से कई छात्राओं को अपने जाल में फंसाया। पहले एक लड़की को प्यार में फंसाया, फिर उसके साथ दुष्कर्म कर उसका वीडियो बनाया। इसके बाद उसी वीडियो का डर दिखाकर उस लड़की की दोस्त को भी बुलवाया और उसके साथ भी वही दरिंदगी दोहराई।
वीडियो बनाकर करते थे ब्लैकमेल
भोपाल पुलिस के मुताबिक, आरोपी पूर्व छात्रों ने पहले एक छात्रा से दोस्ती कर उसे मोहब्बत के जाल में फंसाया, फिर उसके साथ दुष्कर्म कर वीडियो बना लिया। इसके बाद आरोपी युवक ने पीड़िता को वीडियो का डर दिखाकर ब्लैकमेल करने लगा और उस लड़की की दोस्त को भी बुलवाया। उसके बाद छात्रा के दोस्त से भी आरोपी युवकों ने जबरदस्ती की और इस छात्रा का भी वीडियो बना लिया।
लव-जिहाद का भी एंगल
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, राजधानी में हुए इस सनसनीखेज मामले में सभी आरोपी पूर्व छात्र अल्पसंख्यक समाज से जुड़े हुए हैं। साथ हीं ज्यादातर पीड़ित छात्राएं बहुसंख्यक समाज की हैं। मामले में लव जिहाद का एंगल भी सामने आया है, जिसे ध्यान में रखते हुए जांच और भी गहराई से की जा रही है। मामला सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने वाला न बन जाए, इसीलिए पुलिस बेहद सतर्कता से कदम उठा रही है।
प्राइवेट कॉलेज की सभी पीड़ित छात्राएं
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अभी तक तीन छात्राएं सामने आई है जिनका कॉलेज के पूर्व छात्रों ने मिलकर शोषण किया है। यह सभी पीड़ित छात्राएं भी कॉलेज में पढ़ने वाली है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में पीड़ित छात्राओं और आरोपी युवाओं की संख्या बढ़ सकती है।
SIT का हुआ गठन, दो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में अभी तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवकों के खिलाफ पुलिस ने रेप, ब्लैकमेलिंग और लव-जिहाद के तहत मामला दर्ज किया है। मामले में पहले फिर बाग सेवनिया थाने में जीरो पर दर्ज कर जांच शुरू की गई है। इस मामले में आगे की पड़ताल के लिए केस डायरी ऐशबाग, जहांगीराबाद और अशोका गार्डन थाने को भी भेजी गई है।
इसके अलावा, मामले के दो आरोपी कोलकाता में रहते हैं। उनकी तलाश में एक टीम वहां पहुंच गई है। आरोपियों के मोबाइल भी जांच के लिए सायबर क्राइम को भेज दिए गए हैं।
इस मामले में भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरि नारायण चारी मिश्रा का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इस मामले की तह तक जाने और सभी आरोपियों की पहचान के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT का गठन किया है। पुलिस को आशंका है कि जैसे-जैसे मामला आगे बढ़ेगा, और भी पीड़िताएं सामने आ सकती हैं।
क्या है अजमेर स्कैंडल?
राजधानी भोपाल में मानवता को शर्मसार करने वाले इस सनसनीखेज मामले को अगर ‘अजमेर पार्ट 2 कांड’ कहा जाए तो गलत नहीं होगा। क्योंकि, 1992 में राजस्थान के अजमेर से एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जिसने सबको चौंका दिया था। दरअसल, सन् 1992 में एक यौन शोषण कांड का खुलासा हुआ था, जिसमें फारूक और नफीस चिश्ती नाम युवकों की अगुवाई में एक गिरोह ने सौ से अधिक स्कूल और कॉलेज की लड़कियों को बहला-फुसलाकर फार्महाउस या दूरस्थ स्थानों पर ले जाकर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
साथ हीं उनकी नग्न तस्वीरों के जरिए, उन्हें ब्लैकमेल कर चुप रहने के लिए मजबूर किया गया। यह मामला तब सामने आया जब स्थानीय अखबार ने एक रिपोर्ट प्रकाशित कर तस्वीरों सहित पूरे कांड का खुलासा कर दिया। जांच में यह भी सामने आया कि प्रशासन को इन घटनाओं की जानकारी पहले से थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई।
इसके बाद सितंबर 1992 में 18 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ और आठ आरोपियों को आजीवन कारावास मिला, हालांकि बाद में कुछ को बरी कर दिया गया। जबकि फारूक चिश्ती को 2007 में दोषी ठहराया गया, लेकिन 2013 में उसे भी उच्च न्यायालय से रिहाई मिल गई।