नेशनल हाईवे जाम मामले में हाईकोर्ट की सख्ती के बाद लग्जरी कारें जब्त, रसूखदार युवकों पर FIR दर्ज

नेशनल हाईवे जाम मामले में हाईकोर्ट की सख्ती के बाद लग्जरी कारें जब्त, रसूखदार युवकों पर FIR दर्ज

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर-रायपुर नेशनल हाईवे-130 पर लग्जरी कारों के काफिले से जाम लगाने वाले रसूखदार युवकों के खिलाफ छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सकरी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। सात लग्जरी कारें जब्त कर ली गई हैं। सात प्रभावशाली युवकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 126(2), 285 और 3(5) के तहत FIR दर्ज की गई है।

हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर नाराजगी जताते हुए गाड़ियों को जब्त न करने पर सवाल उठाया था। अब पुलिस जल्द ही इन युवकों को गिरफ्तार करने की तैयारी में है।

क्या है पूरा मामला ?

बिलासपुर-रतनपुर नेशनल हाईवे-130 पर कुछ रसूखदार युवकों ने अपनी नई खरीदी गई लग्जरी कारों (मुख्य रूप से टोयोटा फॉर्च्यूनर) का काफिला बीच सड़क पर खड़ा कर जाम लगा दिया था। इस दौरान BJP नेता के करीबी और पूर्व कांग्रेस नेता विनय शर्मा के बेटे वेदांश शर्मा ने अपने दोस्तों के साथ टोयोटा शो रूम के बाहर और हाईवे पर वीडियो शूट करवाया।

ड्रोन कैमरे और पेशेवर फोटोग्राफरों की मदद से बनाए गए इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर अपलोड किया गया, जो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में काले रंग की लग्जरी कारों का काफिला सड़क पर खड़ा दिखाई देता है, जिससे यातायात बाधित हुआ और आम लोग परेशान हुए।

हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद इसे इंस्टाग्राम से हटा लिया गया। सकरी पुलिस ने शुरुआत में केवल 2000 रुपये प्रति गाड़ी का मामूली चालान काटकर इन युवकों को छोड़ दिया था, जिस पर हाईकोर्ट ने सख्त नाराजगी जताई।

चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा ने कहा, “ऐसी शरारतें न केवल कानून-व्यवस्था को चुनौती देती हैं, बल्कि आम लोगों की जान को भी खतरे में डालती हैं। पुलिस की ढिलाई चिंताजनक है।” कोर्ट ने राज्य सरकार से शपथपत्र में जवाब मांगा और पूछा कि इन गाड़ियों को जब्त क्यों नहीं किया गया।

हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच, जिसमें चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु शामिल थे, ने इस मामले को सार्वजनिक सड़क पर बाधा और कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती माना। कोर्ट ने कहा, “बार-बार हाईवे जैसे सार्वजनिक स्थानों पर ऐसी हरकतें चिंताजनक हैं।

ये युवक न केवल अपनी जान जोखिम में डालते हैं, बल्कि दूसरों की सुरक्षा से भी खिलवाड़ करते हैं।” कोर्ट ने पुलिस की प्रारंभिक कार्रवाई को अपर्याप्त बताते हुए मोटर व्हीकल एक्ट और अन्य कानूनों के तहत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

चीफ जस्टिस ने बिलासपुर पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाया और कहा, “जब रसूखदार लोग ऐसी हरकतें करते हैं, तो पुलिस का रवैया और भी गंभीर सवाल खड़े करता है। न तो गाड़ियां जब्त की गईं न ही उचित धाराओं में केस दर्ज किया गया।” कोर्ट के संज्ञान के कुछ घंटों बाद ही सकरी थाना पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी।

पुलिस ने की कार्रवाई

बिलासपुर SSP रजनेश सिंह के निर्देश पर सकरी थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सात लग्जरी कारों को जब्त कर लिया। इनमें टोयोटा फॉर्च्यूनर जैसी महंगी गाड़ियां शामिल हैं। साथ ही, सात युवकों- वेदांश शर्मा, विपिन वर्मा, सिद्धार्थ शर्मा, अभिनव पांडेय, यशवंत, आकाश सिंह और दुर्गेश ठाकुर- के खिलाफ BNS धारा 126(2) (सार्वजनिक मार्ग पर बाधा डालना), 285 (लापरवाही से सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा), और 3(5) (सामान्य मंशा से अपराध) के तहत FIR दर्ज की गई है। पुलिस अब इन युवकों की गिरफ्तारी की तैयारी कर रही है।

सकरी थाना प्रभारी ने बताया कि जांच तेजी से चल रही है, और जल्द ही सभी आरोपियों को हिरासत में लिया जाएगा। ड्रोन फुटेज और वायरल वीडियो को सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

यहां देखिए वायरल हुआ वीडियो


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