Bihar Election 2025: पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इससे पहले झारखंड की प्रमुख पार्टी झामुमो ने बड़ी घोषणा कर दी है। झामुमो प्रमुख हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो ने घोषणा की है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगा और छह सीटों चकाई, धमदाहा, कटोरिया, पिरपैंती, मनीहारी, जमुईपर पर अपने उम्मीदवार उतारेगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा के इस फैसले से राजद और महागठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है। फिलहाल महागठबंधन भी अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रहा है। ऐसे में अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या झामुमो की वजह से महागठबंधन को नुकसान झेलना पड़ेगा?
राजद से चल रही थी बात
बता दें कि इससे पहले झारखंड के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को उन सीटों के बारे में सूचित कर दिया है, जिन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) बिहार में चुनाव लड़ने को इच्छुक है। बिहार विधानसभा के लिए दो चरणों में, छह नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होना है तथा मतगणना 14 नवंबर को होगी। झामुमो के मंत्री सोनू ने कहा कि उन्होंने हाल में पटना में एक बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की थी, जिसमें झामुमो की भागीदारी से ‘इंडिया’ गठबंधन को मिलने वाले संभावित लाभों को रेखांकित किया गया था, विशेष रूप से मतों के एकीकरण के संदर्भ में।
झारखंड की घाटशिला झामुमो का गढ़
मंत्री सोनू ने कहा कि उन्होंने छह अक्टूबर को राजद के साथ हुई गठबंधन की बैठक में ये मुद्दे उठाए थे। उन्होंने बताया कि उसी बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राजद नेता तेजस्वी यादव आपस में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया कि उसी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राजद नेता तेजस्वी यादव आपस में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। फिलहाल झामुमो ने बिहार में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। घाटशिला में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के बारे में सोनू ने कहा कि यह सीट पारंपरिक रूप से झामुमो का गढ़ रही है।