CG Police Viral Video : बलरामपुर जिले में वाड्रफनगर से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। बलंगी पुलिस चौकी के ठीक सामने दो पुलिसकर्मियों एएसआई और आरक्षक की शराब के नशे में बुरी तरह पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वायरल वीडियो में दोनों पुलिसकर्मी लड़खड़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं और इसी दौरान स्थानीय लोग उन पर टूट पड़ते हैं। यह पूरा घटनाक्रम चौकी के सामने होता है, जिससे लोगों में आक्रोश और हैरानी दोनों है।
चौकी के सामने नशे में धुत पुलिसकर्मी
जानकारी के अनुसार, वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मी एएसआई नंदराम और आरक्षक सुरेंद्र बताए जा रहे हैं। दोनों शराब के नशे में इतने धुत थे कि चौकी के सामने ही बमुश्किल खड़े रह पा रहे थे। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और सरेआम पिटाई कर दी। मौके पर मौजूद लोगों ने इस पूरी घटना को मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि घटना भाजपा के एक पूर्व मंडल अध्यक्ष की मौजूदगी में घटी। आरोप है कि स्थानीय दबंगों ने पुलिसकर्मियों को चौकी के सामने ही खदेड़-खदेड़कर पीटा। वीडियो सामने आने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई और पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है।
Read More : स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार का गंदा खेल, आपत्तिजनक हालत में मिले युवक-युवतियां, पुलिस ने की कार्रवाई
एक महीने पहले ही ASI का हुआ था ट्रांसफर
सूत्रों के मुताबिक, एएसआई नंदराम का एक महीने पहले ही जशपुर जिले में स्थानांतरण किया गया था। लेकिन वह अभी तक रिलीव नहीं हुए थे। जैसे ही यह वीडियो सामने आया, उन्हें तत्काल प्रभाव से रिलीव कर दिया गया है। वहीं, आरक्षक सुरेंद्र के खिलाफ भी विभागीय जांच की तैयारी चल रही है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस घटना ने न केवल पुलिस की छवि पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि सिस्टम के अंदर अनुशासन कितना कमजोर हो चुका है। सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब पुलिसकर्मी ही चौकी के सामने सुरक्षित नहीं, तो आम नागरिक की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा?
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि पूरी घटना की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस महकमे में इस घटना को लेकर गहरी नाराजगी है, वहीं स्थानीय लोग इसे अनुशासनहीनता का प्रतीक बता रहे हैं।
