छत्तीसगढ़ की सियासत में इस समय भूचाल मचा हुआ है। दरअसल आज सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके पुत्र चैतन्य बघेल सहित उनके 14 करीबियों के ठिकाने पर दबिश दी है। ईडी ने शराब घोटाले के मामले को लेकर ये कार्रवाई की है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर दस्तावेजों की जांच कर रहे अफसरों ने नोट गिनने के लिए मशीन मंगवाई है। बैंक कर्मचारी पुलिस की सुरक्षा में नोट गिनने की मशीन लेकर बघेल के घर पहुंचे हैं।
दूसरी ओर ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के आवास के बाहर ईडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस के इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू सहित प्रदेश कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भिलाई पहुंचे हैं। फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि ईडी ने अब तक छापेमार कार्रवाई में कितनी रिकवरी की है, लेकिन पुलिस की सुरक्षा में बघेल के बंगले में नोट गिनने की मशीन लेकर घुसते हुए देखे गए हैं।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों ने भूपेश बघेल के अलावा उनके करीबी अभिषेक सिंह और संदीप सिंह के यहां भी दबिश दी है। इसके अलावा भिलाई में बिल्डर अजय चौहान के घर भी दबिश दी गई है। इतना ही नहीं ईडी की टीम ने भिलाई कांग्रेस जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर और दुर्ग लोकसभा से सांसद चुनाव लड़ चुके राजेंद्र साहू के घर पर भी ईडी ने दबिश दी है। सहेली ज्वेलर्स सहित कई नामी कारोबारियों के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमार कार्रवाई की है।
छापेमार कार्रवाई को लेकर जानकारी देते हुए ईडी ने कहा है कि ये रेड किस मामले को लेकर की जा रही है। ED ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले के संबंध में दुर्ग के 14 ठिकानों पर छापे पड़े हैं। तलाशी भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के घर समेत चैतन्य बघेल के करीबियों के घर भी छापेमारी जारी है। ED ने पाया है कि चैतन्य बघेल शराब घोटाले के अपराध से जुड़े पैसों के प्राप्तकर्ता है। इसमें अपराध की कुल आय लगभग 2161 करोड़ रुपये है, जिसे विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निकाला गया है।