महाकुंभ 26 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान पर्व के साथ संपन्न हो जाएगा। महाशिवरात्रि के पहले लोगों का सामना महाजाम से हुआ। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने से मेला क्षेत्र ही नहीं प्रयागराज को जोड़ने वाले सभी प्रमुख मार्गों सहित शहर और ग्रामीण इलाकों में भी जाम से हाल बेहाल रहा। मेला में जहां सिर्फ भीड़ ही भीड़ दिखी, तो वहीं बाहर सड़कों पर वाहनों की कतारें लगी रहीं।
महाशिवरात्रि से पहले गैर प्रांतों के साथ ही आसपास के जिले के लोगों की भी भीड़ बढ़ने लगी है। मेला व शहर में अपार भीड़ की वजह से यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। शहर के इंट्री प्वाइंट पर ही वाहनों को बैरिकेडिंग लगाकर रोकने के बावजूद सड़कों पर वाहनों का रेला रहा। श्रद्धालुओं को मेला में आने के लिए कई किमी तक की दूरी पैदल तय करनी पड़ रही है। प्रयागराज प्रवेश करने वाले वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, रीवा-चित्रकूट, कानपुर, लखनऊ मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। वहीं शहर के अलोपीबाग चुंगी, शास्त्री ब्रिज, नैनी नया पुल, प्रयागराज जंक्शन और नैनी व झूंसी रेलवे स्टेशन मार्ग के अलावा बालसन चौराहा, मेडिकल कॉलेज मार्ग, सीएमपी डिग्री कॉलेज मार्ग, लेप्रोसी चौराहा, बांगड़ धर्मशाला, बैरहना चौराहे पर जाम के कारण पैदल निकलना मुश्किल हो रहा था।