महिलाओं को अब दूर से सिर पर ढोकर नहीं लानी पड़ती पेयजल
रायपुर
राज्य और केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन के तहत् बस्तर (जगदलपुर) विकासखण्ड दरभा अंतर्गत प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ग्राम तीरथगढ़ के हर घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति शुरू हो गई है। इस योजना के माध्यम से न केवल लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, बल्कि ग्रामीणों के जीवन स्तर में भी काफी परिवर्तन आया है।
तीरथगढ़ के डेढ़ हजार से अधिक की आबादी पहले जलसंकट से जूझ रही थी, मुनगाबहार नदी में नहाने व कपड़ा धोने रोज जाया करते थे। पीने का पानी भी बोरिंग से लाया करते थे, घरेलू निस्तारी के लिए पानी की व्यवस्था करने में महिलाओं को ज्यादा तकलीफ होती थी। घर से दूर स्थित हैंडपंप से पानी लाने के कारण उनके शरीर में थकान सहित स्वभाव चिड़चिड़ापन हो गया था। लेकिन अब सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से इस गांव में बदलाव लाना शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि जल जीवन मिशन से ग्राम तीरथगढ़ में 09 मीटर 10 किलोलीटर के 03 एवं 12 मीटर 10 किलोलीटर के 06 सोलर सिस्टम लगे हैं, जिससे तीरथगढ़ ग्राम पंचायत के सभी मंजरे-टोले के हर घर में नियमित तौर पर जलापूर्ति की जा रही है। साथ ही इस ग्राम पंचायत के 08 स्कूलों, 06 आंगनबाड़ी केंद्रों सहित पंचायत भवन एवं सामुदायिक भवन में भी नल कनेक्शन प्रदान कर जल प्रदाय किया जा रहा है।
ग्राम तीरथगढ़ की सरपंच श्रीमती महेश्वरी कश्यप बताती हैं कि हरेक घर के साथ ही सार्वजनिक भवनों में नल कनेक्शन के जरिए जलापूर्ति से ग्रामीणों को काफी सहूलियत हो रही है। उन्हें अपने खेती-किसानी और अन्य कामकाज के लिए अतिरिक्त समय मिल रहा है। अब गांव की महिलाओं का कहना है कि पहले हमें हैंडपंप से पानी लेकर आना काफी कष्टदायक होता था, विशेषकर बारिश और गर्मी के मौसम में ज्यादा तकलीफ होती थी। अब जल जीवन मिशन के तहत् घर पर ही शुद्ध पेय जल मिल रही है, जिससे हम घर से बाहर निकल कर अन्य काम में ज्यादा समय दे रहे हैं। इन महिलाओं ने सरकार के इस भगीरथ पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।
ग्राम पंचायत में जल वाहिनी से जुड़ी ग्रामीण महिला श्रीमती सुषमा ठाकुर गांव में जल का सदुपयोग सहित पानी बचाने की मुहिम में एक अलग भूमिका निभा रही हैं। वह गांव की महिलाओं के साथ बैठकर उन्हें पानी के महत्व के बारे में बताती हैं और नल से पानी भरने के बाद टोटी को बंद करने की समझाइश देते हुए भावी पीढ़ी के लिए जल की बचत के लिए महिलाओं को जागरूक करती है। वहीं इस महत्वपूर्ण पहल के लिए निरंतर महिलाओं को प्रोत्साहित कर रही हैं। यह जल संरक्षण की दिशा में सराहनीय पहल है।