Naxali Surrender in Narayanpur: नारायणपुर पुलिस को नक्सल मोर्चे पर एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. माड़ बचाव अभियान और “पूना मार्गेम – आत्मसमर्पण से पुनर्वास तक” अभियान से प्रभावित होकर 5 महिला नक्सलियों सहित कुल 11 नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय नारायणपुर पहुंचकर आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पण के बाद पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने प्रेस को संबोधित करते हुए इसे जिले में शांति और सौहार्द की दिशा में अहम कदम बताया.
नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय नारायणपुर में एसपी रॉबिनसन गुड़िया के सामने जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया था, उन पर 37 लाख रुपये का इनाम घोषित है. इनमें माड़ डिविजनल कमेटी की एसजेडसी रनीता के दो गार्ड भी शामिल हैं.
नक्सलियों के सरेंडर से आएगी शांति
इसके अलावा एमएमसी जोन, उत्तर बस्तर डिविजनल और कंपनी नंबर–1 से जुड़े नक्सलियों ने भी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है. पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने बताया कि इन नक्सलियों के आत्मसमर्पण से क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और सौहार्द का वातावरण बनेगा. उन्होंने कहा कि “पूना मार्गेम – आत्मसमर्पण से पुनर्वास तक” अभियान का उद्देश्य भटके हुए युवाओं को हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है.
सभी को 50 हजार की प्रोत्साहन राशि मिलेगी
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत सभी पात्र सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा, ताकि वे सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन की नई शुरुआत कर सकें. इस अवसर पर प्रत्येक आत्मसमर्पित नक्सली को 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक भी प्रदान किया गया.
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