Raipur Airport IndiGo Flights: रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर पिछले 24 घंटों में इंडिगो एयरलाइंस की दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, इंदौर, गोवा और कोलकाता आने-जाने वाली करीब 20 उड़ानें रद्द हो गईं, जिससे 7 हजार से ज्यादा यात्री बुरी तरह प्रभावित हुए। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी में क्रू स्टाफ और पायलटों की भारी कमी बताई जा रही है, जो 5-6 दिसंबर को चरम पर पहुंच गई।
सुबह से शाम तक एयरपोर्ट पर तनाव का माहौल रहा, जहां यात्री स्टाफ से बहसबाजी और धक्का-मुक्की तक करते नजर आए। आज 6 दिसंबर को भी कलकत्ता, हैदराबाद (6E 7352), मुंबई (6E 6373) और इंदौर (6E 6129) की तीन उड़ानें कैंसल हो चुकी हैं, जबकि शाम की ज्यादातर फ्लाइट्स पर भी खतरा मंडरा रहा है।
24 घंटे एयरपोर्ट पर फंसे यात्री
रायपुर से हैदराबाद और चेन्नई जाने वाले 100 से ज्यादा यात्री पिछले 24 घंटों से एयरपोर्ट पर ही अटके हुए हैं, बिना किसी ई-मेल या एसएमएस सूचना के। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने न रूम उपलब्ध कराया, न खाना दिया, जिससे यात्रियों को चाय, पानी और नाश्ता खुद खरीदना पड़ा।
दिल्ली-मुंबई जाने वाले कई यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन मिस हो गए, जबकि बिजनेस मीटिंग्स चौपट हो गईं। गुस्साए यात्रियों ने एयरलाइंस पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने प्राइवेट कंपनियों को इतनी छूट दे रखी है कि वे मोनोपॉली चला रही हैं, कोई जवाबदेही नहीं। इंडिगो की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।
लाखों का नुकसान, छह महीने पुरानी बुकिंग कैंसल
जयपुर में शादी समारोह के लिए जाने वाले पूरे बैंड ग्रुप के कलाकार सुबह 6 बजे से एयरपोर्ट पर फंसे रहे, जहां उनकी छह महीने पहले की बुकिंग वाले दो प्रोग्राम कैंसल हो गए। कलाकारों ने गुस्से में कहा कि शादी एक बार होती है, थीम के साथ, लेकिन इंडिगो ने सपनों पर पानी फेर दिया, लाखों रुपये का नुकसान हुआ और कोई भरपाई नहीं।
इसी तरह दिल्ली जाने वाली एक मां फूट-फूटकर रोई कि बीमार बेटे से मिलने जा रही थी, लेकिन फ्लाइट कैंसल से नहीं पहुंच सकी, रिफंड के 6000 रुपये के बदले नई फ्लाइट पर 25 हजार ज्यादा लग रहे हैं, ये लूट है। मुंबई-कोलकाता से विदेश जाने वालों की बिजनेस यात्राएं भी प्रभावित हुईं।
पूरा रिफंड और नुकसान भरपाई की मांग
एयरपोर्ट पर सुबह से तनाव व्याप्त रहा, जहां यात्री काउंटर पर हंगामा करते रहे और स्टाफ से धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। यात्रियों ने मांग की कि रद्द उड़ानों का पूरा रिफंड तुरंत मिले और अतिरिक्त नुकसान जैसे बुकिंग, मीटिंग, शादी का खर्च कंपनी भरे।
उन्होंने सरकार पर निशाना साधा कि एयरलाइन कंपनियों पर कोई नियंत्रण नहीं, बार-बार ऐसा हो रहा है। सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि सभी एयरपोर्ट्स पर यही समस्या है, केंद्र सरकार ने संज्ञान लिया है, जल्द व्यवस्था सुधरेगी और दोबारा न हो इसके प्रावधान बनेंगे।
