Durg Water Tank Dead Body: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में नगर निगम की लापरवाही की इंतहा हो गई। तीन दिन से पानी की टंकी में शव पड़ा रहा और क्षेत्र में पानी की सप्लाई होती रही। बुधवार, 12 नवंबर को उस समय हड़कंप मच गया जब मामला सामने आया। सूचना मिलते ही नगर निगम प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
जानकारी के अनुसार, जल घर की टंकी लगभग 18 फीट गहरी है। शुरुआती जांच में पुलिस ने आशंका जताई है कि शव करीब तीन दिन पुराना है। बताया जा रहा है कि शव कई दिनों से टंकी में फंसा हुआ था और पानी का स्तर बढ़ने पर ऊपर आ गया, जिसके बाद यह मामला सामने आया।
कमिश्नर-कलेक्टर के बंगलों में भी होती है इसी टंकी से सप्लाई
जिस टंकी में तीन दिन से शव पड़ा था, उसी टंकी से तीन क्षेत्रों में पानी की सप्लाई हो होती है। जिसमें सिविल लाइन, शिक्षक नगर और पक्षरीपारा शामिल हैं। सिविल लाइन क्षेत्र में दुर्ग संभाग के आला अधिकारी जैसे- कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी के भी बंगले हैं यानी इन अफसरों के घरों में भी पानी इसी टंकी से सप्लाई होता है। इन तीनों इलाकों में करीब 40 हजार लोग निवास करते हैं।
जल आपूर्ति पर उठे सवाल
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष ने इस घटना को घोर लापरवाही बताया है। उन्होंने कहा, जल घर में तीन दिन पुराना शव होने के बावजूद नगर निगम ने जल आपूर्ति जारी रखी, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर खतरा उत्पन्न हुआ। उन्होंने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
सड़ी-गली अवस्था में मिला शव
शुरुआती अनुमान के अनुसार, मृतक की उम्र लगभग 40 से 45 वर्ष के बीच बताई जा रही है। शव पूरी तरह से सड़ी-गली अवस्था में मिला है, जिसके कारण उसकी पहचान नहीं हो पाई है।
डीएसपी भारती मरकाम ने बताया कि पुलिस ने एफएसएल टीम के साथ मौके का मुआयना किया है। शव जल घर की मशीन के पास फंसा हुआ था। उन्होंने कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों और मृतक की पहचान को लेकर स्पष्ट जानकारी मिल सकेगी।
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