Delhi Car Blast Latest News Update: दिल्ली (Delhi) में लाल किले के पास सोमवार की शाम हुए कार धमाके (Car Blast) की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस घटना के बाद लगभग सभी राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया है तो वहीं धार्मिक स्थालों से लेकर ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस ब्लास्ट के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। जिसमें हवाई अड्डे, दिल्ली मेट्रो, विरासत स्थल, सरकारी भवन और इसके सुरक्षा घेरे में आने वाले अन्य प्रमुख प्रतिष्ठान शामिल हैं।
बता दें कि सोमवार को दिल्ली में हुआ धमाका पहली बार नहीं है। इससे पहले भी कई बार देश की राजधानी में बड़े धमाके हो चुके हैं। जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इन धमाकों ने न केवल बेगुनाह जिंदगियां छीनीं, बल्कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। चलिए जानते हैं कि दिल्ली में कब-कब धमाके हुए हैं।
21 मई 1996: लाजपत नगर बम धमाका
1997 बता दें कि 21 मई 1996 को शाम करीब 6:30 बजे सेंट्रल मार्केट, लाजपत नगर में एक बम धमाका हुआ था। विस्फोट में 13 लोग मारे गए, 83 घायल हो गए, आठ कारें जल गईं और 14 इमारतों को भारी नुकसान हुआ। जम्मू-कश्मीर इस्लामिक फ्रंट (जेकेआईएफ) के आतंकवादियों ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
1 अक्टूबर 1997: सदर बाजार बम धमाका
1 अक्टूबर से 30 दिसंबर 1997 तक दिल्ली में लगातार छह विस्फोट हुए। ये बम धमाके दिल्ली के सदर बाजार, रानी बाग, करोल बाग, और रेड फोर्ट क्षेत्र में हुए। इसमें कुल 10 लोगों की मौतें और 200 से अधिक घायल हुए।
10 अक्टूबर 1997: एक महीने में तीन धमाके
10 अक्टूबर 1997 को शांतिवन, कौड़िया पुल और किंग्सवे कैंप इलाके में तीन विस्फोट हुए। इसमें 1 व्यक्ति की मौत और 16 से ज्यादा लोग घायल हुए। इसके बाद 18 अक्टूबर को रानी बाग मार्केट में जुड़वां धमाके हुए, जिनमें 1 की मृत्यु और 23 लोग घायल हुए। 26 अक्टूबर को करोल बाग मार्केट में दो विस्फोट हुए, जिनमें 1 व्यक्ति की जान गई और 34 लोग घायल हुए।
29 अक्टूबर 2005: दिल्ली में 3 बम धमाके
29 अक्टूबर 2005 को दिल्ली में आतंकियों ने 3 बम धमाके किए। 2 धमाके सरोजनी नगर और पहाड़गंज जैसे मुख्य बाजारों में हुए, वहीं तीसरा धमाका गोविंदपुरी में एक बस में हुआ। इसमें कुल 63 लोग मारे गए, जबकि 210 लोग घायल हुए थे। पाकिस्तानी इस्लामी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
13 सितंबर 2008: पांच जगहों पर धमाका
13 सितंबर 2008 को एक बार फिर दिल्ली आतंक की चपेट में आई। उस दिन पांच जगहों करोल बाग, कनॉट प्लेस और ग्रेटर कैलाश में लगभग एक ही समय में विस्फोट हुए थे। इन हमलों में करीब 30 लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। इन धमकों की जिम्मेदारी इंडियन मुजाहिदीन ने ली थी।
27 सितंबर 2008: टिफिन में बम रखकर किया धमाका
27 सितंबर 2008 को महरौली के फूल बाजार में एक टिफिन में रखा बम फटा। मोटरसाइकिल पर आए दो युवकों ने वह टिफिन वहीं छोड़ दिया था और कुछ मिनटों बाद तेज धमाका हुआ। 3 लोगों की मौत और 23 लोग घायल हुए।
10 नवंबर 2025: लाल किले के पास धमाका
10 नवंबर 2025 का दिन भी दिल्ली में हुए प्रमुख धमाकों में शामिल हो गया। इस धमाके में अब तक करीब 10 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हैं। इस धमाके के बाद पूरी दिल्ली एवं अन्य राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं।
दिल्ली में हुई अन्य घटनाएं
18 अक्तूबर 1997: रानी बाग मार्केट में दो विस्फोट- 1 मृत, 23 घायल।
26 अक्तूबर 1997: करोल बाग मार्केट में दो विस्फोट- 1 मृत, 34 घायल।
30 नवंबर 1999: लाल किला क्षेत्र में दो विस्फोट- 3 मृत, 70 घायल।
30 दिसंबर 1997: पंजाबी बाग के पास बस में विस्फोट- 4 मृत, 30 घायल।
18 जून 2000: रेड फोर्ट के पास दो शक्तिशाली विस्फोट- 2 मृत, 12 घायल।
6 मार्च 2000: सदर बाजार में विस्फोट- 7 घायल।
7 फरवरी 2000: पहाड़गंज में विस्फोट- 8 घायल।
14 अप्रैल 2006: जामा मस्जिद प्रांगण में दो विस्फोट- 14 घायल।
22 मई 2005: लिबर्टी और सत्यम सिनेमा हॉल में विस्फोट-1 मृत, 60 घायल।
27 सितंबर 2008: मेहरौली फ्लावर मार्केट (साराय) में विस्फोट- 3 मृत, 23 घायल।
25 मई 2011: दिल्ली हाई कोर्ट पार्किंग में विस्फोट।
