CG Dakshata Padak 2025 Winners Update : छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए यह गर्व का क्षण है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने वर्ष 2025 के लिए ‘केन्द्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक’ की घोषणा की है। इस सम्मान की घोषणा हर साल 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर की जाती है।
इस बार देशभर से कुल 1,466 पुलिस कर्मियों को यह सम्मान दिया गया है। इनमें से 222 छत्तीसगढ़ के अधिकारी और जवान शामिल हैं, जिन्होंने विशेष अभियान, अन्वेषण, आसूचना और फॉरेंसिक विज्ञान के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है।
स्पेशल ऑपरेशन कैटेगरी में सीजी का दबदबा
गृह मंत्रालय द्वारा जारी सूची में स्पेशल ऑपरेशन कैटेगरी में देशभर के 28 राज्यों और केंद्रीय बलों के 1,362 कर्मियों को सम्मान मिला है। इनमें से 222 पुलिसकर्मी छत्तीसगढ़ के हैं, जो राज्य की मजबूत पुलिसिंग और फील्ड ऑपरेशन की सफलता को दर्शाता है। इसके अलावा इन्वेस्टिगेशन कैटेगरी में भी राज्य के 3 पुलिस अधिकारियों का चयन हुआ है, जिससे छत्तीसगढ़ पुलिस की जांच क्षमता और तकनीकी दक्षता को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है।
17 IPS अधिकारियों को मिला पदक
इस बार जिन वरिष्ठ IPS अधिकारियों को यह सम्मान प्राप्त हुआ है, उनमें राज्य के प्रमुख अधिकारी शामिल हैं –
विवेकानंद (एडीजी, एसआईबी एवं आर्म्ड फोर्सेस), सुंदरराज पी. (आईजी, बस्तर), अमरेश मिश्रा (आईजी, रायपुर), कमललोचन कश्यप, अमित कांबले, जीतेंद्र यादव, किरण चव्हाण, वाय. अक्षय कुमार, गौरव राय, प्रभात कुमार, निखिल रखेचा, विकास कुमार, मयंक गुर्जर, स्मृतिक राजनला, राबिन्सन गुड़िया, जयंत कुमार वैष्णव और उमेश गुप्ता।
इसके अलावा दो एएसपी, 11 डीएसपी, और 225 थानेदार-कांस्टेबल भी इस सूची में शामिल हैं।
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जांच कैटेगरी में भी छत्तीसगढ़ का जलवा
इन्वेस्टिगेशन कैटेगरी में कुल 93 पुलिसकर्मियों को पदक दिया गया है, जिनमें छत्तीसगढ़ के तीन अधिकारी – एसआई मयंक मिश्रा, इंस्पेक्टर कैलाश चंद दास और इंस्पेक्टर नीतेश सिंह ठाकुर शामिल हैं। इन अधिकारियों को उनके उत्कृष्ट अन्वेषण कार्य और संवेदनशील मामलों में कुशल जांच के लिए सम्मानित किया गया है।
गृह मंत्रालय ने सराहा नवाचार और समर्पण
गृह मंत्रालय ने कहा कि यह पदक उन अधिकारियों और कर्मचारियों को दिया जाता है जिन्होंने अभियान, अन्वेषण, आसूचना और फॉरेंसिक विज्ञान के क्षेत्रों में उत्कृष्टता और नवाचार का परिचय दिया है। इससे न केवल पुलिस बलों का मनोबल बढ़ता है बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को भी नई मजबूती मिलती है।
