उज्जैन में पूजा पाठ और शरीर से आत्मा निकालने के नाम पर एक महिला के साथ प्रताड़ना का मामला सामने आया है। महिला को आठ लोगों ने दोनों हाथ और सिर को गर्म सिक्के से जला दिया। महिला असहनीय पीड़ा सहते हुए बेहोश हो गई थी। घटना 29 सितंबर की है और महिला अपने हाथों से खा भी नहीं पा रही है। घटना के 8 दिन बाद गुरुवार को महिला थाने पहुंची और मामले की शिकायत दर्ज करवाई।
उज्जैन के जूना सोमवारिया में रहने वाली उर्मिला 22 वर्ष की शादी गौतमपुरा में हुई थी। कुछ दिनों से वो अपनी बेटी को लेकर अपने उज्जैन स्थित घर रह रही थी। उर्मिला कई दिनों से बीमार चल रही थी। उसे कई बार डॉक्टर को दिखाया, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा तो उर्मिला की मां को पता चला कि खाचरोद के पास गांव श्रीवच्छ में एक महिला के शरीर में माता आती है और नवरात्रि में माता के आशीर्वाद से शरीर की बुरी आत्मा से छुटकारा मिल जाएगा और बेटी की तबीयत ठीक हो जाएगी।
जंजीरों से पीटा, सिर पर गर्म सिक्का चिपकाया
नवरात्रि की सप्तमी के दिन उर्मिला अपनी मां हंसा और परिवार के दो लोगों के साथ श्रीवच्छ पहुंची। यहां पर उर्मिला की मां को बाहर रोककर परिवार के दो लोग सहित सहित सुधा बाई, सुधा का पुत्र कान्हा, मनोहर भील, कान्हा भील,संतोष चौधरी,राजू चौधरी,कान्हा चौधरी और रितेश चौधरी ने महिला को अकेले कमरे में ले जाकर पहले जंजीरों से पीटा फिर बांधकर उसके दोनों हाथ पर रुई की बत्ती को घी में लगाकर जला दिया।
तब तक जलाकर रखा तब तक उसके हथेली जल नहीं गई। इसके बाद महिला के सिर पर गर्म सिक्के को चिपका दिया गया। जलने से महिला की सिर की चमड़ी निकल गई। इस असहनीय पीड़ा के चलते उर्मिला वही बेहोश हो गई थी।
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8 लोगों पर मामला दर्ज
घटना के करीब 10 दिन बाद उर्मिला परिजनों के साथ महिला थाने पहुंची। यहां टीआई लीला सोलंकी, उर्मिला के हाथ और सिर देखकर हैरान रह गई। उन्होंने तत्काल मामले की जांच के लिए खाचरौद थाने पर संपर्क किया तो पता चला कि श्रीवच्छ गांव में सुधा बाई इस तरह का पूजन पाठ और टोटके करती है।
जिसके बाद महिला थाने में आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। जिसमें महिला सुधा बाई, सुधा का पुत्र कान्हा, मनोहर भील, कान्हा भील,संतोष चौधरी,राजू चौधरी,कान्हा चौधरी और रितेश चौधरी के नाम शामिल हैं। इसमें से चार पीड़िता के परिवार के लोग हैं।
स्वास्थ खराब था इसलिए माताजी को दिखने गए
पीड़िता ने बताया कि पति से अलग मां के साथ रहती हूं। यहीं पर अगरबत्ती बनाने का काम करके अपना और दो वर्ष की बेटी का गुजारा चलाती हूं। आए दिन बुखार आता था तो केडी गेट स्थित डॉ. अब्बास के क्लिनिक पर इलाज होता था, लेकिन लगातार तबीयत खराब होने की वजह से सोचा की पूजा पाठ परवा लेते हैं। इसलिए नवरात्रि की सप्तमी पर माता के पास चले गए।
“टीआई लीला सोलंकी ने बताया कि महिला की रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई है। आठ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। जिसमें से तीन को हिरासत में लिया है। फिलहाल महिला के दोनों हाथ इतने जले हुए हैं कि घटना के 10 दिन बाद उस पर छाले पड़े पड़ गए हैं।”