Bihar Election 2025: पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बुधवार को हुई बैठक में पार्टी ने लगभग 50 नामों पर चर्चा की और करीब 22 से ज्यादा उम्मीदवारों को हरी झंडी दे दी। इनमें पार्टी के कई मौजूदा विधायकों के नाम भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि यह कदम सीट शेयरिंग से पहले RJD को साफ संदेश देने के लिए उठाया गया है कि कांग्रेस अपनी मजबूत और प्रगतिशील सीटों को आसानी से नहीं छोड़ेगी। बैठक में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और CLP नेता शकील अहमद खान की सीटों पर भी अंतिम मुहर लग गई। राजेश राम कुटुंबा से और शकील अहमद खान कदवा से मौजूदा विधायक हैं।
कांग्रेस को 60 से ज्यादा सीटों की है उम्मीद
कांग्रेस को उम्मीद है कि महागठबंधन में उसे 60 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। आज की बैठक में इन्हीं संभावित सीटों पर विस्तृत चर्चा हुई। पार्टी सूत्रों का कहना है कि ये सीटें उन क्षेत्रों की हैं जहां कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक मजबूत है। सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन के सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे की बातचीत अंतिम चरण में है। कहा जा रहा है कि महागठबंधन की ओर से 11 या 12 अक्टूबर को पटना में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी उम्मीदवारों का ऐलान किया जा सकता है। बता दें कि चुनाव आयोग ने बिहार में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में वोटिंग और 14 नवंबर को मतगणना का ऐलान किया है।
महागठबंधन में कौन चाहता है कितनी सीटें?
महागठबंधन में RJD 130 सीटें लेना चाहती है, जबकि कांग्रेस 60-65 की मांग कर रही है। लेकिन लालू प्रसाद के RJD ने कांग्रेस को 50-55 से ज्यादा देने से इनकार कर दिया है। मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी 35-40 सीटें मांग रही है, जो पहले 11 सीटों पर लड़ी थी। साहनी ने इसके साथ ही डिप्टी सीएम पद पर भी दावा ठोंका है। लेफ्ट पार्टियां भी 30-40 सीटें चाहती हैं, खासकर CPI (ML) ने इस बार 19 की बजाय 30 विधानसभा सीटों की लिस्ट सौंपी है। वहीं, RJD ने VIP को 14-18, लेफ्ट को 30-32, JMM को 3 और पशुपति पारस की RLJP को 2 सीटें देने का प्लान बनाया है।