Chhattisgarh Railway Project: केंद्र सरकार की कैबिनेट ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के बीच डोंगरगढ़-गोंदिया रेलवे लाइन के चौथे ट्रैक के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। यह रेल परियोजना कुल 84 किलोमीटर लंबी होगी और इसे अगले 5 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह फैसला दोनों राज्यों के बीच रेल यातायात को और अधिक सुचारु बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
पीएम गति शक्ति योजना के तहत विकास
यह परियोजना पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत मंजूर की गई है। इस प्लान का मकसद देशभर के रेल नेटवर्क को आधुनिक बनाना और पूर्वी, मध्य और पश्चिमी भारत के बीच यात्री व माल ढुलाई की रफ्तार बढ़ाना है।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि चौथे ट्रैक के बनने से मालगाड़ियों की रफ्तार में वृद्धि होगी और ट्रेनों की समयबद्धता भी सुधरेगी।
रेल मंत्री ने बताया- ‘अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई ऊंचाई’
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में बताया कि यह प्रोजेक्ट न सिर्फ ट्रैफिक जाम को कम करेगा, बल्कि यह परियोजना क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी गति देगी
डोंगरगढ़-गोंदिया लाइन के साथ ही केंद्र सरकार ने तीन और बड़ी रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन सभी परियोजनाओं की कुल लागत 2,223 करोड़ रुपये आंकी गई है।
अन्य रेलवे प्रोजेक्ट्स को भी मंजूरी
- भुसावल-वर्धा सेक्शन में 314 किलोमीटर की तीसरी और चौथी लाइन,
- वडोदरा-रतलाम में 259 किलोमीटर की तीसरी और चौथी लाइन,
- और इटारसी-बीना के बीच 237 किलोमीटर की चौथी लाइन शामिल है।