CG News: लाल पानी से फसलों को नुकसान, किसानों ने किया चक्काजाम, शासन से की अपनी मांगों को लेकर अपील

CG News:  लाल पानी से फसलों को नुकसान, किसानों ने किया चक्काजाम, शासन से की अपनी मांगों को लेकर अपील

CG News: बालोद l छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के डौंडी ब्लॉक अंतर्गत माइंस क्षेत्र के कुमुड़कट्टा और कोपेडेरा गांव के किसानों ने अपनी फसलों को लाल पानी से हो रहे नुकसान के विरोध में दो दिन तक चक्काजाम किया। किसानों का आरोप था कि भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) को दी गई माइंस लीज के चलते पहाड़ों से निकलने वाला कच्चा लोहा और उससे रिसने वाला लाल पानी उनके खेतों तक पहुंच रहा है, जिससे मिट्टी खराब हो रही है और फसलें बर्बाद हो रही हैं। आंदोलनकारियों ने पहले अनिश्चितकालीन चक्काजाम का ऐलान किया था, लेकिन मंगलवार को प्रशासन के साथ हुई बैठक में उन्हें आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन समाप्त कर दिया गया।

लोगों में नाराजगी का माहौल , दोबारा मिट्टी जाँच की कर रहे मांग

CG News: किसानों ने बताया कि माइंस से निकलने वाले लाल पानी और कच्चे लोहे के कणों की वजह से खेतों की उर्वरता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। चक्काजाम से पहले प्रशासन द्वारा कराए गए मिट्टी परीक्षण में यह रिपोर्ट आई कि मिट्टी में कोई नुकसान नहीं पाया गया। इस रिपोर्ट से किसान बेहद नाखुश हैं और उनका आरोप है कि रिपोर्ट में जानबूझकर गड़बड़ी की गई है। किसानों का कहना है कि रिपोर्ट के निष्कर्ष जमीनी हकीकत से मेल नहीं खाते और इससे उनकी आजीविका को खतरा पैदा हो गया है।

Read More: छत्तीसगढ़ में अब शहीद के परिवार को मिलेगी 50 लाख की आर्थिक मदद, विष्णु सरकार का ऐलान

CG News: प्रदर्शन के दौरान डौंडीलोहारा नगर पंचायत अध्यक्ष लाल निवेन्द्र सिंह टेकाम, बीएसपी के डिप्टी जनरल मैनेजर प्रवीण राय और राजहरा की सीएसपी चित्रा वर्मा ने मौके पर पहुंचकर किसानों से बातचीत की। अधिकारियों ने किसानों को रिपोर्ट की जानकारी दी और दोबारा मिट्टी परीक्षण कराने की सलाह दी। साथ ही गांव के कुछ लोगों को रोजगार दिलाने का आश्वासन भी दिया गया, जिसके बाद किसानों ने फिलहाल के लिए चक्काजाम स्थगित कर दिया।
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि नए परीक्षण में मिट्टी पर लाल पानी और कच्चे लोहे का प्रभाव पाया गया, तो वे दोबारा बड़ा आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि वे अपनी जमीन और फसल को यूं बर्बाद नहीं होने देंगे और प्रशासन से निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हैं।


Related Articles