PM Modi West Bengal-Bihar Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कोलकाता में सुधारों, परिवर्तन और अभियानगत तैयारियों पर केंद्रित सशस्त्र बल कमांडर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन के दौरान शीर्ष सैन्य अधिकारी भविष्य में जरूरी सुधारों पर मंथन करेंगे। सुरक्षा बलों की अभियानगत तैयारियों और परिवर्तन पर भी चर्चा होगी। शुभारंभ के बाद प्रधानमंत्री बिहार दौरे पर रवाना हो जाएंगे। कोलकाता स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय में सशस्त्र बल कमांडरों के तीन दिवसीय संयुक्त सम्मेलन की थीम ‘सुधारों का वर्ष- भविष्य के लिए परिवर्तन’ है।
बिहार में खुलेगा योजनाओं का पिटारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को पूर्णिया पहुँचेंगे और यहां से पूरे सीमांचल को 36 हज़ार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का तोहफ़ा देंगे। यह महज़ योजनाओं का उद्घाटन नहीं, बल्कि उस सियासी ख़ाका का हिस्सा है जो आने वाले चुनावों में निर्णायक साबित हो सकता है।
पूर्णिया की धरती से जिस विकास पैकेज की घोषणा होगी, उसमें एयरपोर्ट, रेल लाइन, बिजली परियोजना, एक्सप्रेस-वे और मखाना बोर्ड जैसी योजनाएं शामिल हैं। यह महज़ ढांचागत विकास नहीं, बल्कि सीमांचल को मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश है। लंबे अरसे से पिछड़ेपन का दंश झेलते कटिहार, अररिया, किशनगंज और मधेपुरा जैसे ज़िले इस सौग़ात को ऐतिहासिक मान रहे हैं।
यह दौरा केवल उद्घाटन और शिलान्यास तक सीमित नहीं है। यह असल में एक सियासी पैग़ाम है। सीमांचल को लेकर लंबे समय से यह धारणा रही है कि केंद्र और राज्य सरकारें इसे नज़रअंदाज़ करती रही हैं। पीएम मोदी का यह दौरा उस धारणा को तोड़ने की कोशिश है।
उनका संबोधन महज़ विकास योजनाओं की गिनती नहीं होगा, बल्कि विपक्ष को चुनौती और मतदाताओं को संदेश होगा कि सीमांचल अब राजनीति का हाशिया नहीं, बल्कि मुख्य मंच बनने जा रहा है।
पूर्णिया और आसपास के ज़िलों से हज़ारों लोग इस जनसभा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। उनकी उम्मीदें बड़ी हैं सड़क, रोज़गार, बिजली और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएँ। अगर यह योजनाएँ समय पर ज़मीन पर उतरती हैं तो सीमांचल का नक्शा वाक़ई बदल सकता है।