CG Education Lone: रायपुर / छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा के प्रति युवाओं और अभिभावकों की रुचि लगातार बढ़ रही है। विशेष रूप से इंजीनियरिंग, मेडिकल, नर्सिंग और एमबीए जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए शिक्षा ऋण की मांग में तेजी आई है। वर्ष 2024 में राज्य के 46 बैंकों से कुल 2540 छात्रों ने लगभग 244 करोड़ रुपए का शिक्षा ऋण लिया। इससे पहले 2023 में भी यह आंकड़ा 200 करोड़ रुपए से अधिक रहा। केवल वर्ष 2025 के अप्रैल से जून माह के बीच ही 819 छात्रों ने 98 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण लिया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस साल भी कुल आंकड़ा 200 करोड़ को पार कर सकता है।
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अलग – अलग कोर्स के लिए ले रहे हैं लोन
CG Education Lone: इंजीनियरिंग अब भी सबसे अधिक पसंदीदा कोर्स है l जिसके लिए वर्ष 2024 में 803 छात्रों ने 74 करोड़ रुपए का लोन लिया। मेडिकल क्षेत्र इसके बाद आता है, जिसमें 328 छात्रों ने 52 करोड़ रुपए का ऋण लिया। वहीं अन्य पाठ्यक्रमों जैसे लॉ, होटल मैनेजमेंट, आर्ट्स, कॉमर्स आदि के लिए भी शिक्षा ऋण लिए जा रहे हैं। 2024 में ऐसे कोर्सों के लिए 718 छात्रों ने 67 करोड़ रुपए का ऋण लिया था, जबकि 2025 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में ही 295 छात्र इसके तहत लोन ले चुके हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का स्थान
CG Education Lone: हालांकि छत्तीसगढ़ में शिक्षा ऋण की स्थिति में सुधार हुआ है, फिर भी यह देशभर में 22वें स्थान पर है। महाराष्ट्र, केरल, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्य इस मामले में काफी आगे हैं। पिछले तीन वित्तीय वर्षों में छत्तीसगढ़ में कुल 611.03 करोड़ रुपए के एजुकेशन लोन दिए गए, जिसका औसत हर साल 200 करोड़ रुपए से अधिक है। यह स्थिति पहले से बेहतर है, क्योंकि राज्य में पहले शिक्षा ऋण लेने वालों की संख्या बहुत कम थी। मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा ऋण योजना जैसी पहल और कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध होने से अब लोगों में जागरूकता आई है।
बैंक अधिकारियों का कहना है कि अभी कई कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, जो सितंबर-अक्टूबर तक चलेगी। ऐसे में शिक्षा ऋण लेने वाले छात्रों की संख्या और बढ़ेगी। इससे यह भी उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ की रैंकिंग और ऋण वितरण में भी सुधार होगा।