CG Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ में पुनर्वास नीति का असर, नक्सली छोड़ रहे हिंसा, एक साथ 13 नक्सलियों ने डाले हथियार

CG Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ में पुनर्वास नीति का असर, नक्सली छोड़ रहे हिंसा, एक साथ 13 नक्सलियों ने डाले हथियार

सुकमा। छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। इसी कड़ी में अब एक और 13 माओवादियों के ग्रुप ने सरेंडर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, नारायणपुर में 8 और सुकमा 5 ने हथियार डाले हैं।

जानकारी के मुताबिक, नारायणपुर में सरेंडर करने वाले आठ नक्सलियों पर 33 लाख रुपए का इनाम था। नारायणपुर एसपी रॉबिनसन गुड़िया, बीएसएफ और आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में नक्सलियों ने हथियार डाले हैं।

नारायणपुर एसपी रॉबिनसन गुड़िया ने बताया कि जिन चार महिला नक्सलियों ने सरेंडर किया है। वे महिला माओवादी नक्सलियों की महिला दस्ते का नेतृत्व कर चुकी हैं। कुल 8 नक्सलियों पर 33 लाख रुपये का इनाम था।

राज्य सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों ने सरेंडर किया है। पुलिस ने बताया कि, सरेंडर करने वाले सभी नक्सली जगरगुंडा और चिंतलनार इलाके में सक्रिय रहे हैं। सभी सरेंडर नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि दी गई और पुनर्वास नीति का लाभ भी दिया जाएगा। इस महीने कई नक्सलियों ने एक साथ हथियार छोड़कर, मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया है, जिसका आंकड़ा अब 72 तक पहुंच गया है।

कब -कब किया नक्सलियों ने सरेंडर

बता दें कि, बीते 17 जुलाई 2025 को नक्सल दंपती ने सरेंडर किया था। बताया जा रहा है कि, नक्सली दंपती दंडकारण्य स्पेशल जोनल (DSZ) कमेटी के सदस्य थे। समर्पण करने वाले नक्सल दंपती की पहचान माला संजीव ऊर्म लेंगू दादा और उसकी पत्नी दीना के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, माला संजीव उर्फ लेंगू दादा बीते 45 सालों से नक्सल संगठन से जुड़ा था।

इसके अलावा, इससे पहले बीते 16 जुलाई को नक्सल संगठन के दो वरिष्ठ नक्सली लच्छन्ना और उनकी पत्नी अनितक्का ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया था। पुलिस ने बताया कि, दोनों नक्सलियों की लंबी आपराधिक हिस्ट्री रही है और अब पुलिस उनके अतीत को खंगाल रही है ताकि नक्सल संगठन की गतिविधियों और संरचना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की जा सके।

बीते 12 जुलाई को 1 करोड़ 18 लाख के 23 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। पुलिस ने बताया कि, आत्मसमर्पण करने वालों में 8 हार्डकोर नक्सली पीएलजीए बटालियन से जुड़े थे, जबकि अन्य अलग-अलग संगठनों में सक्रिय थे। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 1 डीव्हीसीएम, 6 पीपीसीएम, 4 एसीएम और 12 पार्टी सदस्य भी शामिल हैं। कुल 23 नक्सलियों में 9 महिला और 14 पुरुष हैं, जिनमें 3 नक्सली दंपत्ति भी शामिल हैं।

इसके साथ ही नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में बीते दिन 8 जुलाई को 8 लाख रुपये के इनामी नक्सली चंद्रन्ना समेत 12 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें चार महिला नक्सली भी शामिल हैं।

इसके अलावा वहीं बीते 11 जुलाई को पुनर्वास की नीति से प्रभावित होकर आठ महिलाओं समेत 22 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, ये सभी अबूझमाड़ क्षेत्र में सक्रिय थे। इसके साथ ही कई IED हमलों में भी शामिल रहे हैं।


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