From pitch to portrait: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को ऐतिहासिक सम्मान मिला है। भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट से पहले लॉर्ड्स के प्रतिष्ठित मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) म्यूज़ियम में उनकी एक खास पेंटिंग का अनावरण किया गया।
यह पेंटिंग मशहूर आर्टिस्ट स्टुअर्ट पियर्सन राइट ने बनाई है, जो करीब 18 साल पहले सचिन के घर पर खींची गई एक तस्वीर पर आधारित है। फिलहाल यह पेंटिंग MCC म्यूजियम में प्रदर्शित की जाएगी। वहीं साल के अंत तक लॉर्ड्स के ऐतिहासिक पवेलियन की शोभा बढ़ाएगी।
भावुक हुए सचिन तेंदुलकर
पेंटिंग के अनावरण के दौरान सचिन तेंदुलकर ने अपने दिल की बात साझा की। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। 1983 में जब भारत ने वर्ल्ड कप जीता था, तब मैंने पहली बार लॉर्ड्स को टीवी पर देखा था। मैंने हमारे कप्तान कपिल देव को ट्रॉफी उठाते देखा। वहीं से मेरी क्रिकेट यात्रा शुरू हुई। आज जब मेरी पेंटिंग लॉर्ड्स के पवेलियन में लगी है, तो लगता है कि मेरी यात्रा अब पूरी हो गई है। जब मैं अपने करियर को याद करता हूं तो चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। यह पल मेरे लिए बेहद खास है।”

घिसे हुए एल्युमिनियम पर बनी खास पेंटिंग
पेंटिंग रिलीज के दौरान बताया गया कि कलाकार स्टुअर्ट पियर्सन राइट ने इसमें कई बदलाव किए। अंततः यह पेंटिंग अब्रेसिव एल्युमिनियम (घिसे हुए एल्यूमिनियम) पर तेल चित्र के रूप में तैयार हुई। इसका बैकग्राउंड पूरी तरह ऐब्स्ट्रैक्ट है, जिसमें सचिन तेंदुलकर की पुरानी बैटिंग स्टाइल की झलक देखने को मिलती है। राइट इससे पहले कपिल देव, बिशन सिंह बेदी और दिलीप वेंगसरकर जैसे दिग्गजों की पेंटिंग भी बना चुके हैं।
तीन दशक पुराना ‘लॉर्ड्स पोर्ट्रेट प्रोग्राम’

मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) का ‘लॉर्ड्स पोर्ट्रेट प्रोग्राम’ पिछले 30 वर्षों से लगातार चल रहा है। MCC ने 1950 के दशक से ही कला और ऐतिहासिक वस्तुओं को संग्रहित करना शुरू कर दिया था। MCC म्यूजियम को यूरोप का सबसे पुराना स्पोर्ट्स म्यूजियम माना जाता है, जहां खेल जगत की अनमोल धरोहरों को संरक्षित किया गया है।
‘लॉन्ग रूम गैलरी’ को खेल इतिहास की सबसे प्रतिष्ठित गैलरी कहा जाता है। वर्तमान में MCC के पास लगभग 3,000 तस्वीरें हैं, जिनमें से करीब 300 पोर्ट्रेट्स शामिल हैं। अब सचिन तेंदुलकर का पोर्ट्रेट भी इस संग्रह का हिस्सा बन चुका है।