ऑडिटोरियम नहीं सिस्टम में घपला: पत्रकारिता विवि ऑडिटोरियम निर्माण में फूंके 7 करोड़, उद्धघाटन से पहले ही ढह गई दीवारे

ऑडिटोरियम नहीं सिस्टम में घपला: पत्रकारिता विवि ऑडिटोरियम निर्माण में फूंके 7 करोड़, उद्धघाटन से पहले ही ढह गई दीवारे

रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में करोड़ों की लागत से बना ऑडिटोरियम अब भ्रष्टाचार और लापरवाही की जीती-जागती मिसाल बन गया है। वर्ष 2016-17 में विश्वविद्यालय ने छात्रों की सुविधाओं के लिए मेसर्स ईसान कंस्ट्रक्शन को 7 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक ऑडिटोरियम निर्माण का ठेका दिया था।

यह ऑडिटोरियम लगभग 700 दर्शकों की क्षमता वाला है, लेकिन आठ साल बाद भी इसका उद्घाटन नहीं हो सका है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस निर्माणाधीन भवन की दीवारें उद्घाटन से पहले ही दरकने लगी हैं और नींव भी कमजोर हो चुकी है। भवन की चारों ओर की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं, जिससे भविष्य में इसके पूरी तरह ढह जाने का खतरा बना हुआ है। यह निर्माण कार्य राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रुषा) की निधि से हुआ था, जिसका उद्देश्य उच्च शिक्षा के ढांचे को मजबूत करना था। लेकिन यहां यह पैसा कुप्रबंधन और घटिया निर्माण की भेंट चढ़ गया।

राज्यपाल के निरीक्षण के बाद खुली प्रबंधन की आंख

हाल ही में विश्वविद्यालय के निरीक्षण के लिए राज्यपाल रमेन डेका पहुंचे थे, जिन्होंने कामकाज को सुधारने के स्पष्ट निर्देश दिए। इसके बाद कुलपति डॉ. महादेव कावरे ने भी अचानक निरीक्षण कर निर्माणाधीन ऑडिटोरियम का जायजा लिया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के अधिकारियों को निर्माण की खामियों को दुरुस्त करने और अधूरे कार्यों को जल्द पूरा करने का आदेश दिया। अब विश्वविद्यालय परिसर की संपूर्ण मरम्मत और देखरेख का जिम्मा पीडब्ल्यूडी को सौंप दिया गया है।

जानकारों के अनुसार इस ऑडिटोरियम की मरम्मत और फिर से तैयार करने में अब अतिरिक्त करोड़ों रुपये खर्च होंगे। इसके आलावा कुलपति ने और भी दर्जनों निर्देश देकर विवि परिसर की स्थिति में सुधार करने की बात कही।

खेल सुविधाओं का होगा विस्तार, गार्डन में बनेगा ओपन जिम

विवि में खेल सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए बैडमिंटन कोर्ट की फ्लोरिंग की मरम्मत, और वॉलीबॉल, लॉन टेनिस एवं बास्केटबॉल कोर्ट के लिए स्थल चयन करने के निर्देश दिए। साथ ही गार्डन में ओपन जिम विकसित करने तथा खेल मैदान की साफ-सफाई और सुविधाओं के विकास के लिए खेल विभाग के सहयोग से कार्य करने को कहा।

विवि में एनआईटी आर्किटेक्ट की मदद से होगी लैंडस्केपिंग की प्लानिंग

कुलपति कावरे ने विश्वविद्यालय परिसर में स्वच्छता और पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। छात्रावासों में पर्यावरण समिति बनाकर उद्यानिकी और लैंडस्केपिंग को बढ़ावा देने के लिए वन, उद्यानिकी विभाग और कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की मदद से कार्य करने को कहा गया।

इसके लिए एनआईटी रायपुर के आर्किटेक्ट विभाग के शिक्षकों और विद्यार्थियों से सहयोग लेने का निर्णय भी लिया गया। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि छत्तीसगढ़ हार्टिकल्चर सोसायटी प्रकृति की ओर जैसे स्वैच्छिक संगठनों से अलाभकारी वित्तीय मॉडल पर सहयोग लिया जाए।

विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर में आवश्यक सिविल कार्यों के लिए शीघ्र प्राक्कलन तैयार करने तथा अतिथि गृह को शीघ्र व्यवस्थित कर शुरू करने के भी निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान कुलपति ने निर्माणाधीन ऑडिटोरियम का भी मुआयना किया और अधूरे कार्यों को शीघ्र पूरा करने हेतु पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए।

विवि परिसर के संपूर्ण मेंटेनेंस का जिम्मा पीडब्ल्यूडी को सौंपने का निर्णय भी लिया गया। निरीक्षण के दौरान पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता अभिनव श्रीवास्तव और कुलसचिव सुनील कुमार शर्मा भी उपस्थित रहे।


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