छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर सियासत लगातार गरमाते जा रही है। पिछले दिनों पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम और भारतीय जनता पार्टी के कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, सांसद महेश कश्यप ने दीपक बैज पर ईसाई धर्म अपने का आरोप लगाया था। आज इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने अरविंद नेताम, केदार कश्यप, महेश कश्यप को मानहानि का नोटिस भेजा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि नोटिस से पहले मैंने कहा था। अपने आरोपों को साबित करें । वे आरोप साबित नहीं कर सके, इसलिए मैंने उन्हें नोटिस भेजा है। तीनों नेताओं को इस तरह का भ्रम फैलाने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए।
Deepak Baij sent legal notice, दीपक बैज ने कहा कि मैं बस्तर के जल जंगल जमीन और खनिज संसाधनों की रक्षा के लिए सरकार के खिलाफ लड़ रहा हूं, इसलिए वे इस तरह का झूठा आरोप लगा रहे हैं । सरकार डरी हुई है इसलिए वो इस तरह का प्रपंच कर रही है।
इस पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि यह जग जाहिर है, कांग्रेस सरकार में क्या हुआ। धर्मांतरण को खुली छूट थी, यह सबने देखा है। आज उस पर कांग्रेस अपना बचाव कर रहीं है। इससे ये साबित होता है कि उनके कार्यकाल में किस तरह के काम हुए हैं।
नेताम ने दिया था यह बयान
पिछले दिनों RSS मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद चर्चा में आये छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविन्द नेताम ने बैज से पूछ लिया था कि कहीं उन्होंने ईसाई धर्म तो नहीं अपना लिया है। दरअसल नेताम ने कांग्रेस पार्टी पर कई आरोप मढ़े थे। उन्होंने प्रमुख रूप से आदिवासियों के धर्मान्तरण पर चर्चा की और इसी दौरान कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज पर नेताम ने निशाना साधते हुए पूछ डाला कि कहीं उन्होंने ईसाई धर्म तो नहीं अपना लिया है ? नेताम के इस सवाल से दीपक बैज ने पहले तो माफी मांगने की बात कही फिर सीधे-सीधे नोटिस थमा दिया है।