छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में राजस्व के मामलों का तेजी से निराकरण नहीं होने की वजह से लोग बेहद परेशान हो रहे हैं. कई पटवारी लोगों से रिश्वत की मांग कर रहे हैं तो कई पटवारी मुर्गा और दारू खाने के बाद भी लोगों को भटका रहे हैं. छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में राजस्व के मामलों का तेजी से निराकरण नहीं होने की वजह से लोग बेहद परेशान हो रहे हैं. वहीं इसका फायदा पटवारी उठा रहें है. कई पटवारी लोगों से रिश्वत की मांग कर रहे हैं तो कई पटवारी मुर्गा और दारू खाने के बाद भी लोगों को भटका रहे हैं, उन्हें परेशान कर रहे हैं और परेशान लोग कलेक्टर के पास पहुंचकर शिकायत कर रहे हैं.
रिश्वत में पैसे के साथ मुर्गा-बकरा खा गए पटवारी
राजस्व के छोटे-छोटे मामलों का निराकरण नहीं होने के कारण लोग कलेक्टर के पास पहुंचकर समस्या दूर करने की गुहार लगा रहे हैं. किसी का कहना है कि पटवारी उन्हें परेशान कर रहा है तो किसी का कहना है कि तहसीलदार उनके मामलों का तेजी से सुनवाई नहीं कर रहा है जिसकी वजह से वे परेशान हो रहे हैं. कई लोग पटवारियो पर सीधे तौर पर रिश्वत लेने का आरोप लगा रहें है. वहीं कई लोग कह रहें है कि पटवारी ने रिश्वत में बकरा लिया. मुर्गे लिए, शराब लिया लेकिन अब भी परेशान कर रहा है.
नहीं किया काम तो शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीण
ठीक इसी तरीके का मामला सरगुजा के लखनपुर क्षेत्र के ढोढा केसरा गांव में भी देखने को मिला है. यहां के रहने वाले एक व्यक्ति से पटवारी ने रिश्वत में मुर्गा बकरा दारू सब कुछ लिया, पैसे लिए लेकिन जब जमीन का सीमांकन नहीं हुआ तो पीड़ित सीधे कलेक्टर के पास पहुंच गया. ऐसे अलग-अलग समस्या को लेकर लोग सीधे कलेक्टर से मिल रहे हैं और कार्यवाही की मांग कर रहे हैं पीड़ित क्या कह रहे हैं.
कलेक्टर बोले- सख्ती से होगी कार्रवाई
दूसरी तरफ सरगुजा कलेक्टर का कहना है कि राजस्व के मामलों का तेजी से निराकरण करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है, बेवजह लोगों को परेशान करने वाले अधिकारियों को पटवारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अगर कोई किसी को परेशान कर रहा है, तो वह सीधे तौर पर मिलकर अपनी समस्या बता सकता है और ऐसे मामलों में प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेगा.
अब देखने वाली बात होगी कि आखिर रिश्वत में दारू मुर्गा और बकरा लेने वाली ऐसे पटवारियो के खिलाफ प्रशासन क्या कार्रवाई करता है, और बरसात शुरू होने के बाद बढ़ते राजस्व के मामलों का किस तरीके से निपटारा किया जाता है क्योंकि जमीन विवाद में कई बार ग्रामीण इलाकों में हत्या जैसी वारदात भी होती है.