Durg Jail News: जेल में बंद कैदियों को पैसा लेकर मुहैया कराते थे तमाम सुख-सुविधाएं! कई जेल प्रहरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी

Durg Jail News: जेल में बंद कैदियों को पैसा लेकर मुहैया कराते थे तमाम सुख-सुविधाएं! कई जेल प्रहरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी

दुर्ग जेल में पदस्थ 20 से अधिक प्रहरियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। सभी पर जेल में बंद कैदियों को सुख सुविधा मुहैया कराने के एवज में पैसे लेने का गंभीर आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक सभी जेल प्रहरियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी हो गया है। आरोप सिद्ध होने पर विभाग ऐसे सभी प्रहरियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की तैयारी में है।

इसी तरह जेल अधीक्षक मनीष सांभरकर और मुख्य प्रहरी विजय ध्रुव के खिलाफ भी विभागीय जांच जारी है। जानकारी के मुताबिक दोनों पर आरोप है कि जशपुर जेल में पदस्थ रहते हुए लगभग 30 क्विंटल चावल की हेरा फेरी की है। फर्जी दस्तावेजों के जरिए चावल को बिलासपुर के अंबिका ट्रेडर्स के पास भेजा जा रहा था। शिकायत के बाद तत्कालीन खाद्य निरीक्षक और एसडीएम जशपुर ने जांच की थी। इसमें दोनों पर लगाए गए आरोप सिद्ध हो गए थे। यह जांच रिपोर्ट 10 अप्रैल 2022 को कलेक्टर जशपुर को सौंप दी गई थी।

वर्तमान में मनीष सांभरकर दुर्ग जेल में बतौर अधीक्षक पदस्थ हैं। उन्हें भी अन्यत्र स्थानांतरण करने के लिए विभाग ने शासन से पत्राचार किया है। हाल ही में दुर्ग जेल में लेनदेन के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ था। इसके बाद जेल विभाग ने शख्त रवैया अपनाते हुए जेल प्रहरियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया है। जब तक इन जेल प्रहरियों के खिलाफ जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक इन सभी को उनकी जिम्मेदारियां से हटा दिया गया है। जो भी इस तरह की अनियमिता में लिप्त है उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

हाल ही में पदमनाभपुर पुलिस ने जेल में एक कैदी से लेनदेन की शिकायत पर केस दर्ज किया था। इसके बाद 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जांच के बाद जेल प्रहरी दिवाकर पैकरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब तक की जांच में एक होटल संचालक का नाम सामने आया है, जिसके पास उसके ऑनलाइन वॉलेट में पैसा ट्रांसफर होता था । होटल संचालक फरार है। पुलिस सूत्रों के अनुसार उसके पकड़े जाने के बाद जेल में तैनात कई लोगों के खिलाफ लेनदेन का कनेक्शन मिल सकता है।

इसके पहले भी जेल से मोबाइल के जरिए पैसे मांगने की शिकायत सामने आ चुकी है, लेकिन पहली बार पुलिस ने केस दर्ज करके जेल प्रहरी सहित अन्य 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब देखना होगा जेल के भीतर बैठकर चल रहे लाखों रुपये मासिक उगाही पर क्या कार्यवाही होती है।


Related Articles