Lion population increases by 32% in Gujrat : गुजरात: राज्य में एशियाई शेरों की आबादी में बड़ा इजाफा दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बताया कि राज्य में अब एशियाई शेरों की संख्या 891 हो गई है, जो 2020 में हुई पिछली गिनती के 674 शेरों की तुलना में 32.2% की वृद्धि हुई है।
आधुनिक तकनीकों से सर्वे
इस साल 10 से 13 मई के बीच हुई 2025 की शेर गणना में यह आंकड़ा सामने आया। गणना जूनागढ़, अमरेली और भावनगर जिलों सहित कुल 11 जिलों के 58 तालुकों में की गई। इस बार आधुनिक तकनीकों का भी सहारा लिया गया, जिसमें हाई-रिजॉल्यूशन कैमरे, कैमरा ट्रैप और ई-गुजफॉरेस्ट ऐप की मदद से रीयल-टाइम डेटा एकत्र किया गया। डायरेक्ट बीट वेरिफिकेशन और न्यूनतम कुल गणना की पद्धति से यह सर्वेक्षण पूरा किया गया।
Lion population increases by 32% in Gujrat: गणना के अनुसार, सबसे ज्यादा शेर अमरेली जिले में पाए गए हैं। वहां 82 वयस्क नर, 117 वयस्क मादा, 22 उप-वयस्क नर, 35 उप-वयस्क मादा और 79 शावक (जिनमें से 67 की लिंग पहचान नहीं हो पाई) शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पटेल ने इस सफलता का श्रेय राज्य सरकार द्वारा किए गए निरंतर संरक्षण प्रयासों को दिया। उन्होंने खास तौर पर साल 2020 में शुरू की गई ₹2,927 करोड़ की ‘प्रोजेक्ट लॉयन’ योजना का उल्लेख किया, जो शेरों के प्राकृतिक आवास को बेहतर बनाने, शिकार के आधार को मजबूत करने और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने जैसे उपायों पर केंद्रित है।
Lion population increases by 32% in Gujrat: गिर राष्ट्रीय उद्यान और इसके आसपास के गिर व पनिया वन्यजीव अभयारण्य को शेरों की मुख्य (कोर) आबादी का क्षेत्र माना जाता है। यहां से शेरों की कई उप-जनसंख्या अन्य इलाकों में भी फैल चुकी हैं। यह वृद्धि एशियाई शेरों के लिए एक सकारात्मक संकेत है और संरक्षण के क्षेत्र में गुजरात की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।