बिलासपुर। चकरभाठा थाना क्षेत्र में एक इंजीनियर पति और उसकी पत्नी के बीच चल रहे दहेज प्रताड़ना मामले ने धार्मिक विवाद का रूप ले लिया है। मध्यप्रदेश में दर्ज केस में आपसी समझौते की कोशिश कर रहे पति को पत्नी ने ईसाई धर्म अपनाने की शर्त रख दी। इस बात से आहत पति ने बिलासपुर के चकरभांठा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अब यह मामला जांच के लिए मध्यप्रदेश पुलिस को सौंपा जा रहा है।
गोल्डन पार्क कॉलोनी, चकरभाठा निवासी मयंक पांडेय (36) की शादी वर्ष 2019 में मध्यप्रदेश के अनुपपुर जिले की आमाडांड निवासी रंजना पांडेय से हुई थी। शादी के कुछ सालों बाद दोनों के बीच मतभेद शुरू हो गया, नाराज होकर रंजना अपने मायके आ गई। वहां जाकर उसने अनुपपुर के महिला थाने में मयंक और उसके परिजनों पर दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज कराया।
मामले की सुनवाई 10 मार्च 2025 को मध्यप्रदेश की अदालत में हुई। मयंक ने अदालत में पत्नी से समझौते की पहल की और दोबारा साथ रहने की इच्छा जताई। इस पर पत्नी ने पति के सामने ईसाई बनने की शर्त रख दी, उसने मयंक से कहा कि उसने अब ईसाई धर्म अपना लिया है और तभी समझौता करेगी, जब मयंक भी धर्म परिवर्तन कर लेगा। मयंक के अनुसार, रंजना का गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के कुम्हारी स्थित मुख्यमंत्री डीएवी स्कूल की प्रिंसिपल के माध्यम से उसका धर्मांतरण कराया गया है। इतना ही नहीं, उसने मयंक को भी धर्म परिवर्तन के बदले 50 हजार रुपए और नौकरी का प्रलोभन दिया।
पत्नी ने यह भी कहा कि अगर वह अन्य लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करेगा तो प्रति व्यक्ति 20 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इन बातों से मानसिक रूप से व्यथित मयंक ने अपने परिजनों से चर्चा की और फिर चकरभाठा थाने में शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी ने बताया कि घटना मध्यप्रदेश के क्षेत्राधिकार में आने के कारण मामला शून्य में दर्ज कर अनुपपुर पुलिस को भेजा जा रहा है।