भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तान ने एक बार फिर ड्रोन से हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने माकुल जबाव दिया और अपने एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 से 8 पाकिस्तानी ड्रोनों को गिरा दिया है। आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से भारी शेलिंग की जा रही है। इधर भारत ने भी लाहौर और सियालकोट पर हमला कर दिया है।
मामले को लेकर अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेन्स का कहना है कि अमेरिका भारत-पाकिस्तान से हथियार डालने के लिए नहीं कह सकता, क्योंकि ये उनका काम नहीं है। उनका कहना है, “हम जो कर सकते हैं, वह यह है कि इन लोगों को थोड़ा तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश करें, लेकिन हम युद्ध के बीच में नहीं पड़ने जा रहे हैं, जो मूल रूप से हमारा कोई काम नहीं है और इसका अमेरिका की इसे नियंत्रित करने की क्षमता से कोई लेना-देना नहीं है। आप जानते हैं, अमेरिका भारतीयों से हथियार डालने के लिए नहीं कह सकता। हम पाकिस्तानियों से हथियार डालने के लिए नहीं कह सकते। और इसलिए, हम कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से इस मामले को आगे बढ़ाने जा रहे हैं। हमारी आशा और हमारी अपेक्षा यह है कि यह एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध या, भगवान न करे, परमाणु संघर्ष में नहीं बदलेगा। अभी, हमें नहीं लगता कि ऐसा होने वाला है।”
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पर नॉर्वे का बयान
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर नॉर्वे के विदेश मंत्री ने कहा कि मैं दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर चिंतित हूं। उन्होंने कहा, ‘नॉर्वे दोनों पक्षों से संयम बरतने, स्थिति को कम करने और कूटनीतिक समाधान खोजने का आह्वान करता है। मैं 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की नॉर्वे की कड़ी निंदा दोहराता हूं।’
DRDO ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
इधर, पाकिस्तान से तनाव के बीच रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है। इसके साथ ही चांदीपुर मिसाइल रेंज की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। यहां चार स्तरों की सुरक्षा पर ध्यान दिया गया है। सबसे पहले, ओडिशा पुलिस तैनात है, उसके बाद आर्मी, फिर DRDO की अपनी सुरक्षा टीम और आखिर में इंडो-तिब्बती बॉर्डर पुलिस (ITBP) चौथे स्तर की सुरक्षा प्रदान कर रही है।