जम्मू-कश्मीर के पहगाम के बैसरन घाटी में पर्यटकों पर आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान पर कड़ा रूख अख्तियार किया है। सुरक्षा मामले की केंद्रीय कमेटी की बैठक में सिंधु नदी का जल रोकने के साथ-साथ कई और प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया हैं। सरकार ने पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने को कहा है। सरकार की ओर से आदेश जारी होने के बाद भी भारत में रूके पाकिस्तानियों के खिलाफ अब एक्शन शुरू हो गया है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में सेना, सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर व्यापक तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया है। कड़ी सतर्कता के साथ दिन-रात तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इन अभियानों के तहत अनंतनाग जिले में विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे गए। आतंकवादी गतिविधियों में सहायता करने वाले नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए अब तक लगभग 175 संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस हाई अलर्ट पर है। जम्मू-राजौरी-पुंछ राजमार्ग पर वाहनों की गहन जांच की जा रही है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए श्रीनगर का दौरा किया। जनरल द्विवेदी को जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के साथ-साथ नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों के बारे में जानकारी दी गई।
सुरक्षा बलों ने आतंकियों के घरों को किया ध्वस्त
पुलवामा में सक्रिय आतंकवादी के घरों को भारतीय सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया है। नई कार्रवाई में घाटी के अंदर सक्रिय आतंकियों के दो और घरों को ध्वस्त कर दिया गया है। जून 2023 से लश्कर के सक्रिय कैडर एहसान अहमद शेख के दो मंजिला घर को सुरक्षा बलों ने आईईडी का उपयोग करके उड़ा दिया है। वह पुलवामा के मुर्रान का रहने वाला है। ऐसी ही एक अन्य कार्रवाई में 2 साल पहले लश्कर में शामिल हुए शाहिद अहमद के घर को शोपियां के चोटीपोरा इलाके में विस्फोट कर उड़ा दिया गया है। पहलगाम हमले के बाद पिछले 48 घंटे में कुल 6 आतंकियों के घरों को ध्वस्त किया जा चुका है।