बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले की साजा विधानसभा से BJP विधायक ईश्वर साहू एक विवाद के केंद्र में आ गए हैं। उनके नाम से बने फर्जी फेसबुक अकाउंट से सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट किए गए, जिसने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया है। इन पोस्ट्स में न्यायपालिका को “कोठा” कहकर संबोधित किया गया और जजों-वकीलों पर गंभीर आरोप लगाए गए। शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 को वायरल हुई इन पोस्ट्स ने सियासी घमासान छेड़ दिया है। विधायक ने इसे साजिश करार देते हुए बेमेतरा पुलिस में FIR दर्ज कराई, जबकि कांग्रेस ने माफी की मांग की है।
क्या लिखा था पोस्ट में?
फर्जी अकाउंट से किए गए एक पोस्ट में लिखा था, “हमारे देश में दो कोठा हैं, एक हाई कोठा और सुप्रीम कोठा, जिसमें वकील और जज के रूप में कांग्रेस के बैठे हुए आतंकवादी हैं, जो देश के हिंदुओं की बर्बादी के लिए बनाए गए हैं।”
दूसरे पोस्ट में कहा गया, “हजारों साल पुराने राम मंदिर के लिए कागज मांगने वाला सुप्रीम कोठा बोल रहा है कि मस्जिद-दरगाह वाले वक्फ बोर्ड कहां से कागज लाएगा, वाह रे…सुप्रीम कोठा, हाई कोठा।” इन पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए, जिसके बाद लोगों ने गहरी नाराजगी जताई और न्यायपालिका के अपमान की कड़ी निंदा की।
विधायक की सफाई: यह साजिश है
मामला सामने आते ही विधायक ईश्वर साहू ने वीडियो जारी कर सफाई दी। उन्होंने कहा, “यह मेरे खिलाफ साजिश है। किसी ने मेरे नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर मेरी छवि खराब करने की कोशिश की है। मुझे इस अकाउंट की कोई जानकारी नहीं थी।” साहू ने आशंका जताई कि इसके पीछे विपक्षी पार्टियों का हाथ हो सकता है। उन्होंने बेमेतरा SP से शिकायत कर FIR दर्ज कराई और कहा, “ऐसी हरकतों से मैं डरने वाला नहीं। सच्चाई सामने आएगी।”
पुलिस ने शुरू की जांच
बेमेतरा पुलिस ने विधायक की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ IPC की धारा 351(4) और IT एक्ट की धारा 66D के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अब फर्जी अकाउंट की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश में है कि इसे किसने बनाया और पोस्ट्स क्यों की गईं। SP ने कहा, “हम साइबर सेल की मदद से मामले की तह तक जाएंगे।”
कांग्रेस ने कहा- माफी मांगें विधायक
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इस मामले में BJP पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “ईश्वर साहू के नाम से वायरल पोस्ट ने न्यायपालिका की गरिमा को तार-तार किया है। ‘कोठा’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल और जजों-वकीलों पर आतंकवादी होने का आरोप BJP की मानसिकता को दर्शाता है। यह लोकतंत्र में अस्वीकार्य है। साहू को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।” बैज ने यह भी सवाल उठाया कि अगर अकाउंट फर्जी है, तो BJP इतने घंटे तक चुप क्यों रही?
डिप्टी CM बोले- विपक्ष की साजिश
छत्तीसगढ़ के डिप्टी CM अरुण साव ने विधायक का बचाव करते हुए इसे विपक्ष की चाल बताया। उन्होंने कहा, “आजकल फर्जी अकाउंट बनाना और हैकिंग आम बात है। कांग्रेस इस छोटी सी बात को बड़ा मुद्दा बनाकर राजनीति कर रही है। साहू ने तुरंत FIR दर्ज कराई, जो उनकी सच्चाई दर्शाता है।” साव ने जनता से सोशल मीडिया पर अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
सोशल मीडिया पर जनता की प्रतिक्रिया
वायरल पोस्ट्स के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ यूजर्स ने इसे न्यायपालिका का अपमान बताया, जबकि अन्य ने विधायक के दावे का समर्थन करते हुए इसे सियासी साजिश करार दिया। एक यूजर ने लिखा, “न्यायपालिका के खिलाफ ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं की जा सकती। दोषी पर सख्त कार्रवाई हो।” वहीं, साहू के समर्थकों ने कहा, “यह विपक्ष की गंदी राजनीति है। साहू जी को बदनाम करने की कोशिश हो रही है।”
साजा से पहली बार बने विधायक
ईश्वर साहू साजा से पहली बार विधायक बने हैं। 2023 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के सात बार के विधायक रविंद्र चौबे को हराया था। साहू का परिवार बिरनपुर में 2023 की सांप्रदायिक हिंसा में अपने बेटे भुनेश्वर साहू को खो चुका है, जिसके बाद BJP ने उन्हें टिकट दिया था। उनकी सादगी और संघर्ष की कहानी ने उन्हें लोकप्रिय बनाया, लेकिन यह विवाद उनकी छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।